पेपर लीक मामले में ईडी ने कटारा से उदयपुर जेल तक की पूछताछ
उदयपुर। राजस्थान में सैकण्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने भी जांच शुरू की है। ईडी ने पेपर लीक मामले के आरोपी राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) सदस्य बाबूलाल कटारा ने पूछताछ की। कटारा फिलहाल उदयपुर की सेन्ट्रल जेल में बंदी हैं। पता चला है कि ईडी के अधिकारियों ने ना केवल आरपीएससी सदस्य से पूछताछ की, बल्कि पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड शेर सिंह मीणा, भूपेंद्र सारण से भी पिछले दिनों उदयपुर जेल में पूछताछ किए जाने की बात सामने आ रही है।
ईडी के बयानों में मनी लॉन्ड्रिंग की बात आ रही सामने
उदयपुर के सेंट्रल जेल में बंद आरोपी राजीव उपाध्याय, रामगोपाल मीणा, सुरेश बिश्नोई, अनीता मीणा, आरपीएससी सदस्य कटारा के पुत्र दीपेश कटारा के बयान भी ईडी ने दर्ज किए हैं। पेपर लीक मामले ईडी को मनी लॉन्ड्रिंग की पुष्टि होने के बात भी सामने आई है। फिलहाल इस मामले को लेकर ईडी के अधिकारी जांच करने में जुटे हुए हैं।
राज्यसभा सांसद मीणा की शिकायत पर ईडी ने दर्ज किया था मामला
आरपीएससी पेपर लीक मामले को लेकर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा इसी महीने आरपीएससी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया था। जिसके बाद ईडी ने आयोग के चेयरमैन और सचिव को भी नोटिस जारी किया था। प्रवर्तन निदेशालय के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर हुए धन के लेनदेन को लेकर प्रकरण दर्ज किया गया है। इस मामले को लेकर आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा के साथ ही अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय और सचिव हरजीलाल अटल को नोटिस जारी किया गया था।
यह था मामला
सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले की जांच एसओजी भी कर रही है। जिसकी जांच से खुलासा हुआ था कि आरपीएससी सदस्य बाबूलाल ने ही साठ लाख रुपए में शेरसिंह से पेपर का सौदा किया था। बाबूलाल की गिरफ्तारी से पहले एसओजी की टीम ने पेपरलीक गिरोह के मास्टरमाइंड निलंबित शिक्षक शेर सिंह उर्फ अनिल मीना को ओडिशा से गिरफ्तार किया था। जबकि इस मामले का खुलासा उदयपुर जिला पुलिस ने किया था, जब एक निजी बस में 55 अभ्यर्थियों को लीक पेपर हल कराया जा रहा था। पुलिस सभी 55 अभ्यर्थियों के अलावा उन शिक्षकों को भी गिरफ्तार किया, जो पेपर बेच चुके। मामला सामने आने के बाद आरपीएससी ने इस पेपर को आउट मानते हुए सामान्य विज्ञान की परीक्षा निरस्त कर दोबारा करवाई थी।
Ashwandewangan
प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।