उदयपुर: सलूंबर में नाबालिग के साथ हुई गैंगरेप की घटना लेकर उदयपुर प्रशासन भी हरकत में आया। इस पर जॉन डायरेक्टर और सीएमएचओ ने गुरुवार को सलूंबर जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण कर नाबालिग के साथ हुई घटना की जानकारी ली। साथ ही जिला हॉस्पिटल में अव्यवस्थाओं को लेकर चिकित्सा अधिकारी डॉ. तरुण मेघवंशी सहित जिम्मेदार को फटकार लगाई। तुरन्त प्रभाव से टीम गठित कर अस्पताल को सुव्यवस्थित करने के निर्देश दिए।
जॉन डायरेक्टर जुल्फीकार कांजी व मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी शंकर बामनिया जिला अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के वार्ड, आपातकालीन कक्ष, सोनोग्राफी कक्ष, प्रशासनिक विभाग, सुविधाघर का निरीक्षण किया। अस्पताल में गंदगी से भरे डस्टबिन, वार्ड में बंद पंखे, उचित बेडसीट का अभाव, बंद एडजॉस फेन से पसरी बदबू, बंद सोनोग्राफी कक्ष सहित अन्य अव्यवस्था को देख कर प्रभारियों को फटकार लगाई। वहीं उपस्थित समाजसेवी शंभूसिंह सहित रोगियों के परिजनों से अस्पताल की दुर्दशा पर जानकारी ली। रोगियों के परिजनों की व्यथा सुन कर जॉन डॉयरेक्टर बोले कि अस्पताल के हालात देख मैं कुछ कहने की दशा में नहीं हूं, लेकिन विश्वास दिलाता हूं कि आगामी कुछ ही दिनों में हालात में सुधार होगा। सोनोग्राफी कक्ष के बंद होने की जानकारी लेकर एक चिकित्सक को ट्रेनिंग के लिए उदयपुर भेजने के निर्देश दिए। स्थानीय लोगों की समिति गठित करने, अस्पताल के फंड से रिपेयरिंग करवाने, स्वच्छता की चाक चौबंद व्यवस्था करने के निर्देश दिए।