कोटा: 130 वें राष्ट्रीय दशहरा मेले के लिए गणेश स्थापना व पूजन 28 जून को किया जाएगा। उसके बाद ही मेले की तैयारियां शुरू हो सकेंगी। वहीं मेले से पहले एक बार फिर से दशहरा मैदान की दशा सुधारने पर निगम को लाखों रुपए खर्च करने पड़ेंगे। दशहरा मैदान में जहां करीब 20 दिन तक मेला भरता है। 24 अक्टूबर को दशहरे के दिन मेले की विधिवत शुरुआत होती है। उसके लिए इस बार गणेश स्थापना देव शयनी एकादशी से पहले 28 जून को की जाएगी। गणेश स्थापना का पूजन सुबह 10.30 बजे दशहरा मैदान स्थित श्रीराम रंगमंच स्थल पर किया जाएगा। मेला समिति कीे अध्यक्ष व कोटा उत्तर निगम की महापौर मंजू मेहरा ने बताया कि देव शयनी एकादशी से पहले 21 जून को गणेश स्थापना करने का कार्यक्रम था। लेकिन मुख्यमंत्री के कोटा दौरे को देखते हुए उसे स्थगित कर दिया था। अब 28 जून को पूजन किया जाएगा। इसके लिए सभी को आमंत्रण देना शुरू कर दिया है। आदेश भी जारी कर दिए हैं।
दशहरा मैदान नगर निगम कोटा दक्षिण क्षेत्र में है। जबकि मेले का आयोजन करने के लिए राज्य सरकार ने मेला समिति का गठन किया है। करीब एक साल पहले गठित समिति में नगर निगम कोटा उत्तर की महापौर मंजू मेहरा को अध्यक्ष बनाया है। जबकि कोटा दक्षिण के महापौर समेत 10 पार्षदों को समिति का सदस्य नियुक्त किया है। मेले का आयोजन मेला समिति के माध्यम से किया जाएगा। गत वर्ष मेले के आयोजन से पहले दशहरा मैदान की दशा सुधारने पर निगम ने करोड़ों रुपए खर्च किए थे। लेकिन एक साल से कम समय में अनदेखी के चलते फिर से मैदान की दुर्दशा हो गई है।
यह है हालत
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली के प्रगति मैदान की तर्ज पर दशहरा मैदान का निर्माण किया गया था। लेकिन हर बार मेले से पहले मैदान में होने वाली टूटफफूट की मरम्मत करवानी पड़ रही है। वर्तमान में भी इस मैदान की दुर्दशा हो रही है। मैदान की अधिकतर नालियों के ढकान टूटे हुए हैं। जिन्हें गत वर्ष ही सही कराया गया था। किशोरपुरा थाने के सामने की तरफ मैदान के अंदर बनी दुकानों में से कई दुकानों के पत्थर निकलकर गिरे हुए हैं। बिजली के अधिकतर पैनल बॉक्स के ढक्कन ही नहीं अंदर के तार तक गायब हो गए हैं। जिससे वे खुले पड़े हैं। बरसात में उनसे करंट का खतरा बना हुआ है। दुकानों के पिलर पर लगे बॉक्स चोरी हो चुके हैं। कई जगह पर टूटे हुए पड़े हैं।
रंगमंच के सहारे लाइटों के बॉक्स ही गायब
दशहरा मैदान में सामान्य दिनों में आमजन का प्रवेश निशेध है। इसके लिए मैदान में सुरक्षा गार्ड लगाए हुए हैं। लेकिन उसके बाद भी हालत यह है कि मैदान में प्रवेश करते ही श्रीराम रंगमंच की दीवार के सहारे जमीन पर लगी लाइटों के लोहे के आधे से अधिक बॉक्स तक गायब हो चुके हैं। कई जगह पर फायर सिस्टम के बॉक्स टूटे पड़े हैं। नालियां जाम हो रही है। मैदान में कई जगह पर कचरे के ढेर लगे हुए हैं।
इनका कहना है
दशहरा मेला 2023 के लिए गणेश स्थापना व पूजन 28 जून को सुबह 10.30 बजे श्रीराम रंगमंच पर किया जाएगा। इसकी तैयारी के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं। समिति सदस्यों व पार्षदों को आमंत्रण भेजना शुरू कर दिया है। गणेश स्थापना होने के बाद मेले की तयारी करने में परेशानी नहीं होगी। मेले की तैयारी से पहले बैठकें की जाएगी। जिनमें सबसे पहले निर्माण संबंधी कार्यों पर चर्चा होगी। जिससे मेला शुरू होने से पहले समय से मैदान में निर्माण संबंधी काम पूरे किए जा सके। मैदान में जो भी टूट फूट होगी उसी दिखवाकर सही करवाया जाएगा।
-मंजू मेहरा, अध्यक्ष, दशहरा मेला समिति