राजस्थान
निरीक्षण के दौरान रोजगार गारंटी योजना के कार्यस्थल पर कम मिले मजदूर, कलेक्टर ने जताई नाराजगी
Rounak Dey
13 Jan 2023 10:15 AM GMT

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करौली कलेक्टर अंकित कुमार सिंह गुरुवार को हिंडौन दौरे पर थे. कलेक्टर ने 26 जनवरी से शुरू हो रही शहरी ओलम्पिक खेलकूद प्रतियोगिता के खेल मैदानों का जायजा लेने के साथ नगर गारंटी योजना के तहत चल रहे कार्यों का भी निरीक्षण किया. नगर परिषद आयुक्त कीर्ति कुमावत व जेईएन द्वारा कार्यों पर आधे मजदूर ही लगाने पर नाराजगी व्यक्त की. शहरी गारंटी योजना के सुधार के निर्देश देते हुए पिछले कार्यों की जानकारी मांगी। नगर परिषद द्वारा अधिक से अधिक लोगों को शहरी रोजगार गारंटी योजना से जोड़ने का प्रभावी कार्य नहीं किया गया और जो लोग इन कार्यों से जुड़े हैं वे कम संख्या में कार्य स्थल पर पहुंच रहे हैं. प्रतिदिन ऐसी शिकायतें मिलने के बाद कलेक्टर ने निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखीं। साथ ही नगर परिषद आयुक्त को योजना के तहत लापरवाही नहीं करने का निर्देश दिया। राज्य सरकार द्वारा 9 सितम्बर से शहरी रोजगार गारंटी योजना का शुभारंभ किया गया। नगर परिषद द्वारा वर्तमान में जलसेन व प्रह्लादकुंड की चारों दिशाओं में पांच स्थानों पर खुदाई का कार्य किया जा रहा है। दो स्थानों पर सफाई व अन्य स्थानों पर नालों की सफाई का कार्य भी निर्धारित है, लेकिन लोग केवल खुदाई के कार्य के लिए ही आ रहे हैं, इनमें से मजदूरों की संख्या आधी ही रहती है.
गुरुवार को जब कलेक्टर जलसेन के पास चल रहे खुदाई कार्य का निरीक्षण करने गए तो करीब 40 फीसदी मजदूर कम मिले. नगर परिषद की लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त करते हुए व्यवस्था में सुधार के निर्देश देते हुए पूर्व के कार्यों की जानकारी प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. इस दौरान उनके साथ एसडीएम सुरेश हरसौलिया भी थे। जानकारी के अनुसार 9 सितंबर से अब तक 60 वार्डों में से केवल 4400 लोगों के ही जॉब कार्ड बने थे. इनमें भी 350 लोगों ने काम के लिए आवेदन नहीं किया। करीब 4200 लोगों ने काम की मांग की थी, जिसमें से 1500 लोगों को जरूरत के हिसाब से काम पर लगाया गया था.

Rounak Dey
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