राजस्थान

Dungarpur : जिला कलेक्टर ने बेटियों को बताया सपने सच करने का मंत्र- जो भी करें सबसे अच्छा करें

Tara Tandi
19 July 2024 12:27 PM GMT
Dungarpur : जिला कलेक्टर ने बेटियों को बताया सपने सच करने का मंत्र- जो भी करें सबसे अच्छा करें
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Dungarpur डूंगरपुर । जिला प्रशासन और महिला अधिकारिता विभाग, डूंगरपुर की ओर से शुक्रवार को जिला स्तरीय उत्कृष्ट बालिका प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। शहर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय भवन में जिले भर के विभिन्न ब्लॉक की 40 प्रतिभाशाली बालिकाओं को जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह, जिला परिषद सीईओ मुकेश चौधरी व अन्य अधिकारियों ने सम्मानित किया। महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक मोतीलाल मीणा ने बताया कि कार्यक्रम में जिले के राजकीय विद्यालयों की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में टॉप 10 रैंक लाने वाली बालिकाओं को सम्मानित किया गया। 10 वीं में टॉप 10 और 12वीं में कला, विज्ञान, वाणिज्य और कृषि संकाय की टॉप 10 बालिकाओं को जिला कलक्टर अंकित कुमार सिंह ने प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का उद्देश्य बेटियों में आत्मविश्वास का संचार कर उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना है। इससे बेटियों की झिझक दूर करने, उन्हें जीवन में बडे़ लक्ष्य निर्धारित करने और किसी भी प्रकार के उत्पीड़न के विरोध में आवाज उठाने तथा समाज में महिलाओं के प्रति सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास के साथ गरीमामय जीवन जीने का वातावरण तैयार करने में मदद मिलेगी। इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, डूंगरपुर के उपनिदेशक अशोक शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग, डूंगरपुर के उपनिदेशक पंकज द्विवेदी और स्टाफ भी उपस्थित रहा। मंच संचालन व्याख्याता
वैभव पाठक ने किया।
बेटियों के सवालों में दिखे सुनहरे सपने, जिला कलक्टर ने बढ़ाया हौसला
कार्यक्रम के दौरान बेटियों ने जिला कलक्टर सिंह से कॅरियर ऑप्शन, यूपीएससी की तैयारी, स्ट्रेस, टाइम मैनेजमेंट, ऑनलाइन या ऑफलाइन एजुकेशन और जीवन में सफलता को लेकर सवाल पूछे। जिला कलक्टर ने भी खुलकर बेटियों की शंकाओं का समाधान किया और अपने अनुभव भी बताए। भारतीय प्रशासनिक अधिकारी (आईएएस या आईपीएस) की तैयारी को लेकर एक छात्रा के सवाल पर जिला कलक्टर ने कहा कि लक्ष्य निर्धारित होना अच्छी बात है, परन्तु लक्ष्य के अनुरूप कार्य करने के लिए आपको स्टेप बाए स्टेप आगे बढ़ना चाहिए। जैसे कक्षा-10वीं, 12वीं एवं स्नातक होना आवश्यक हैं। सबसे पहले तो कोई एक सरकारी नौकरी हासिल करनी चाहिए, ताकि माता-पिता को आपके भविष्य को लेकर चिंता न हो।
जीवन में खुश रहना जरूरी, हर पीढ़ी का अपना संघर्ष
जिला कलक्टर ने कारगिल युद्ध पर बनी लक्ष्य फिल्म का उदाहरण देते हुए कहा कि फिल्म में रितिक रोशन से पूछते हैं कि जीवन में तुम क्या करोगे। इस पर रितिक रोशन जवाब देते हैं कि मैं जीवन में जो भी करूंगा वो सबसे अच्छा करूंगा। जिला कलक्टर ने कहा कि आप जो भी करें, सबसे अच्छा करने का प्रयास करें। जीवन में जहां संघर्ष समाप्त हो जाता है या संतुष्टी का भाव आ जाता है, वहीं से व्यक्ति की उन्नति की संभावना समाप्त हो जाती है। इसलिए बड़ा सोचें, बड़ा लक्ष्य निर्धारित करें और स्टेप-बाय-स्टेप अपने लक्ष्य की ओर बढ़ें। जीवन में खुश रहना सबसे ज्यादा जरूरी और महत्वपूर्ण हैं, आप जो भी करें, जो भी बनें यदि आप उसमें खुश हैं, तो आपके लिए वो ही दुनिया की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
10वीं-12वीं में आप सबके मेरे से ज्यादा नंबर हैं- जिला कलक्टर
जिला कलक्टर ने बेटियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि कार्यक्रम में उपस्थित सभी बच्चियों के मेरे से ज्यादा नंबर आए हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि आप सभी अपने सपनों को साकार करेंगी और अपने माता-पिता, जिले और राज्य का नाम रोशन करेंगी। यूपीएससी की तैयारी के लिए हिंदी या अंग्रेजी माध्यम के सवाल पर जिला कलक्टर ने कहा कि माध्यम से ज्यादा आपका फोकस तैयारी पर रहना चाहिए। यह आम धारणा बन गई है कि अंग्रेजी माध्यम और तकनीकी विषय वालों का ही चयन होता है, जबकि यूपीएससी एक ऐसा समंदर है, जहां हर तरह की पृष्ठभूमि और माध्यम वाले अभ्यर्थियों का चयन होता है।
नए कॅरियर ऑप्शन उपलब्ध, सरकारी नौकरी अंतिम लक्ष्य न हो- सीईओ मुकेश चौधरी
जिला परिषद सीईओ मुकेश चौधरी ने भी बेटियों के पढ़ाई और कॅरियर से संबंधित सवालों के जवाब दिए। जिला परिषद सीईओ ने कहा कि पढ़ाई करके सिर्फ सरकारी नौकरी करना उद्देश्य नहीं होना चाहिए। मौजूदा दौर में नए कॅरियर ऑप्शन भी उपलब्ध हैं। अपनी रूचि अनुरूप अपने विषय का चयन करें। पढ़ाई का अंतिम लक्ष्य सिर्फ सरकारी नौकरी पाना नहीं होना चाहिए।
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