राजस्थान

तूफान की आहट के चलते क्षेत्र के लोगों में दहशत माहौल, गोशाला में चारा संकट

Shantanu Roy
17 Jun 2023 12:33 PM GMT
तूफान की आहट के चलते क्षेत्र के लोगों में दहशत माहौल, गोशाला में चारा संकट
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जालोर। अरब सागर से उठा बाइपारजॉय तूफान सांचौर से करीब 200 किमी दूर है, लेकिन इसका असर अभी से दिखने लगा है। तूफान की आवाज से इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है. पथमेड़ा गौशाला व इससे जुड़ी अन्य गौशालाओं में करीब 52 हजार मवेशी हैं, जिनके सामने आंधी से चारे का संकट खड़ा हो सकता है. साथ ही 30 हजार गायों के लिए पक्के शेड बनाए गए हैं, लेकिन 20 हजार से ज्यादा गायें खुले आसमान के नीचे बारिश में भीगने को मजबूर हैं. पथमेड़ा गोशाला संचालन मंडल के अनुसार पथमेड़ा गोशाला समेत अन्य शाखाओं में गायों को रखने के लिए उचित प्रबंध किया गया है, लेकिन अभी भी कई गायों के कच्चे शेड हैं. ऐसे में तूफान में उन छतों को नुकसान पहुंच सकता है। और इस गौशाला में 1500 से ज्यादा ग्वाले हैं। इन्हें सुरक्षित स्थान पर रखने के लिए गौशाला प्रबंधन ने अतिथि कक्ष खोल दिए हैं, ताकि कोई बड़ा जनहानि न हो।
गौशालाओं में सूखा चारा पंजाब, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ से आता है, लेकिन आंधी की आशंका से वाहन चालक चारा भरकर सांचौर की ओर आने से कतरा रहे हैं, जिससे गौशाला में सूखा चारा कम पड़ने लगा है. कृष्ण विशाल महाराज ने बताया कि आंधी से कच्चे मांस को नुकसान हो सकता है, साथ ही पशुओं के चारे का भी बड़ा संकट हो सकता है. आनंदवन पथमेड़ा गौधाम द्वारा संचालित गौशाला में 51948 गायें हैं। जिसमें श्री गोधाम पथमेड़ा आनंदवन परिसर में 11205, श्री महावीर हनुमान नंदीशाला गोलाशन में 13862, श्री ठाकुर गोसेवाश्रम पालड़ी में 5050, श्री खेतेश्वर गोशाला आश्रम खिरोड़ी में 2659, श्री राजऋषि दिलीप गोसेवाश्रम विरोल में 1700, श्री गोकुल गोधाम संस्थान 1543 हिंदवाड़ा में, श्री लक्ष्मी नारायण गोसेवाश्रम प्रतापपुरा में 233, श्री गुरुदत्तात्रेय गोसेवाश्रम धनोल रानीवाड़ा में 2914 गायें हैं।
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