बीकानेर: छतरगढ़ थाना पुलिस ने क्षेत्र में इंदिरा गांधी नहर परियोजना की मुख्य नहर में पांच माह की बच्ची को फेंककर उसकी हत्या करने के आरोपी माता-पिता संविदा शिक्षक झंवरलाल और उसकी पत्नी गीता देवी को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी जिले की कोलायत ब्लॉक के ग्राम पंचायत दियातरा के निवासी हैं। हालांकि आरोपी संविदा शिक्षक झंवरलाल का कहना है कि उसकी बेटी अंशिका उर्फ अंशु रविवार को उसके बाइक चलाने के दौरान दुर्घटनावश नहर में गिर गई थी, मगर पता चला है कि पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने यह भी स्वीकार किया था कि उसने अपनी सरकारी संविदा शिक्षक की नौकरी को बचाने के लिए बच्ची को नहर में फेंका था।
संविदा पर था आरोपी, स्थायी न होने का डर बना हुआ था
तीन से अधिक बच्चे होने के कारण उसकी नौकरी स्थाई नहीं हो सकती थी। जानकारी के अनुसार आरोपी शिक्षक के तीन बेटियों सहित चार बच्चे हैं। एक बच्ची बड़े भाई को गोद दी हुई है। एक बेटा व बेटी उसके पास हैं और कुछ महीनों पूर्व बेटी के रूप में हुई अपनी चौथी संतान को उसने नहर में फेंक दिया। मामले की जानकारी होने के बाद एसपी योगेश यादव ने भी मौका देखा और जांच तेज करवाई।
फेंकने के तुरन्त बाद ग्रामीणों ने निकाला लेकिन बचा नहीं सके
रविवार को वारदात के तुरंत बाद वहां मौजूद ग्रामीणों ने बच्ची को नहर से बाहर निकाल भी लिया था मगर तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। सर्दी से बचाव के लिये बच्ची को स्वेटर भी पहनाया हुआ था। महिला और पुरुष बाइक पर आए थे। बच्ची बाइक पर उनके ही बीच में बैठी हुई थी। पुलिया के ऊपर से इस बच्ची को उन्होंने नहर में फेंक दिया था।