अलवर: भीषण गर्मी ने बाजार की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है. औद्योगिक नगरी में गर्मी के कारण करीब 8 घंटे तक बाजार में ग्राहकों की खरीदारी कम रही। भिवाड़ी का बाजार सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक खुलता है। लेकिन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक बाजार से रौनक गायब हो जाती है. दोपहर में भीषण गर्मी और गर्मी के कारण शहर के बाजार और सड़कें खाली हो जाती हैं। बाजार में अन्य सामानों की तुलना में कूलर, पंखे और एसी की मांग बहुत अधिक है, जबकि कपड़ा, मोबाइल, ऑटोमोबाइल और रेस्तरां जैसे अन्य क्षेत्रों में मांग काफी सुस्त है। टेम्पो और बस संचालकों को भी गर्मी के कारण काम में मंदी का सामना करना पड़ रहा है। शहर में टेंपो चलाने वाले भगवान दास ने बताया कि भीषण गर्मी के कारण काम काफी धीमा हो गया है. सर्दी के मौसम में हर ऑटो वाला 1000-1500 रुपये तक कमा लेता था. लेकिन अब 300 रुपये भी कमाना मुश्किल हो रहा है.
लोक परिवहन बस संचालक नसरू ने बताया कि गर्मी के कारण अलवर से भिवाड़ी और भिवाड़ी से अलवर रूट पर यात्री नहीं मिल रहे हैं। सर्दी के मौसम में इस रूट पर बसों से प्रतिदिन करीब 15 हजार रुपये की आय होती थी। जो अब घटकर 2 हजार रह गई है. अभी डेढ़ घंटे में तीन सवारी ही आई हैं। बस का डीजल खर्च निकालना मुश्किल हो रहा है। दुकानदारों का कहना है कि गर्मी के कारण 50 प्रतिशत काम खत्म हो गया है: शहर के सेंट्रल मार्केट के दुकानदार श्यामलाल का कहना है कि बाजार में गर्मी के कारण 50 प्रतिशत काम कम हो गया है.
सुबह 10 बजे तक और शाम को छह बजे के बाद बाजार में ग्राहक नजर आ रहे हैं. गर्मी के कारण दोपहर में ग्राहक बाजार में नहीं आते हैं। समताल चौक बाजार में रेडीमेड कपड़े के दुकानदार सचिन शर्मा ने बताया कि कपड़े का बाजार भी ठंडा हो गया है. लेकिन होजरी लोअर, टी-शर्ट, अंडरगारमेंट्स की डिमांड ज्यादा है। रेडीमेड बाजार की बात करें तो अभी 50 प्रतिशत ही काम बचा है। समताल चौक स्थित एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान के संचालक अभिषेक तिवारी ने बताया कि गर्मी में पंखे की जगह कूलर व एसी की मांग अधिक रहती है. लेकिन ज्यादातर ग्राहक ऑनलाइन एसी खरीदना पसंद करते हैं। जिसका असर बाजार पर भी पड़ रहा है.