राजस्थान की बड़ी खबर कोटा जिले से सामने आई है। कोटा जिले के दादाबाड़ी थाना इलाके में एक पिता ने घरेलू विवाद में अपने बेटे को तेजाब डालकर जला दिया। जिससे उसका बेटा बुरी तरह झुलस गया। वहीं, घटना के बाद पिता ने भी जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार पुलिस विभाग में बतौर बाबू स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले राजेंद्र सिंह शराब पीने के आदी थे। वे अपने परिवार के साथ दादाबाड़ी में रहते हैं। दादाबाड़ी थाने के सब इंस्पेक्टर महावीर भार्गव ने बताया कि गणेश तालाब कॉलोनी निवासी राजदुलारी ने थाने पर आकर सूचना दी थी कि उसके बेटे वरदान सिंह पर गृह कलेश के बाद पिता राजेंद्र सिंह ने केमिकल फेंक दिया है। जिसके बाद वह झुलस गया और राजेंद्र सिंह कमरे को अंदर से बंद कर कैद हो गए, वे बाहर नहीं आ रहे हैं। इसकी सूचना पर पुलिस उनके घर पर पहुंची और अंदर से कुंडी लगने पर आवाज दी, लेकिन खोला नहीं। जिसके बाद दरवाजे की जाली को हटाया और दरवाजे को तोड़कर अंदर घर के अंदर गए। कमरे में राजेंद्र सिंह अचेत अवस्था में पड़े थे। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद उनके शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया।
एसआई महावीर भार्गव ने बताया कि राजेंद्र सिंह पुलिस विभाग में बाबू से स्वैच्छिक सेवानिवृत्त हुआ था और शराब पीने का आदी था। राजेंद्र सिंह ने बेटे पर हल्का एसिड टॉयलेट क्लीनर फेंका। जिससे उसके बेटे का चेहरा और शरीर का बायां हिस्सा छाती तक झुलस गया। जिसका उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि राजेंद्र सिंह ने जहरीले पदार्थ का सेवन किया है या नहीं इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम के बाद होगी। आज मृतक के शव का पोस्टमार्टम भी करवाया जाएगा।