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जयपुर। नए साल से पहले शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर ट्रैफिक पुलिस की कार्रवाई बढ़ने के बजाय घट गई है। जबकि सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या कम नहीं हो रही है। कोविड के बाद ट्रैफिक पुलिस ने इस साल मार्च से शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी, जो दिसंबर में सबसे कम थी। हालांकि इसके आलोक में अधिकारियों ने शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जून में सबसे ज्यादा कार्रवाई इस साल जून में यातायात पुलिस की सबसे ज्यादा 577 कार्रवाई शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ हुई। जबकि इस माह के 20 दिसंबर तक सबसे कम 176 था।
जून----------------577
जुलाई --------------- 356
अगस्त --------------- 260
सितंबर -------------- 440
अक्टूबर -------------- 257
नवंबर --------------- 239
20 दिसंबर तक -------176
पुलिस मुख्यालय ने पूरे प्रदेश में 25 नए इंटरसेप्टर वाहन उपलब्ध कराए हैं। यह तेज गति से वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगा, इसके अलावा इन वाहनों में स्वचालित ब्रेथ एनालाइजर भी उपलब्ध है, जो चालक से बात करने पर उसे सेंसर के माध्यम से बताएगा कि उसने शराब पी है या नहीं। इसके अलावा बड़ी संख्या में ब्रेथ एनालाइजर भी पहुंचाए गए हैं, जिसमें मुंह से फूंक मारकर शराब की खपत का पता लगाया जाता है।पुलिस मुख्यालय के मुताबिक इस साल नवंबर तक राज्य भर में सड़क हादसों में 10,171 लोग मारे जा चुके हैं। बकि जयपुर कमिश्नरेट में इस दौरान 690 लोगों की मौत हुई और 2002 लोग घायल हुए। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। नए साल में अभियान चलाकर विशेष रूप से उपाय किए जाएंगे।
Admin4
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