राजस्थान

विंटर सीजन में घरेलू पर्यटक लगाएंगे हाड़ौती के टूरिज्म व्यवसाय को पंख

Admin Delhi 1
7 Dec 2022 1:34 PM GMT
विंटर सीजन में घरेलू पर्यटक लगाएंगे हाड़ौती के टूरिज्म व्यवसाय को पंख
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कोटा: शहर के पर्यटन स्थल घरेलू सैलानियों से गुलजार हो रहे हैं। इस बार विंटर सीजन में भी विदेशी पावणों के नहीं आने से सारा दामोदार घरेलु पर्यटकों पर ही रहेगा। पिछले दो साल से मंदी की मार झेल रहे पर्यटन उद्योग को इस विंटर सीजन की शुरुआत में अच्छे प्रतिसाद मिलना शुरू हो गए हैं। इस बार विंटर सीजन की शुरुआत दीपावली के बाद से शुरू होकर दिसंबर तक रहेगी। इस बार घरेलू के साथ विदेशी पर्यटकों के आने की संभावना के चलते विशेष तैयारी की गई। क्रिसमस व शीतकालीन अवकाश पर पर्यटकों के आने की संभावना के चलते पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने विशेष तैयारियां की है। दीपावली अवकाश पर आए घरेलू पर्यटक शहर में चल रहे स्मार्ट सिटी के चल रहे अंतिम चरण कार्य को देखकर उसके पूरा होने पर देखने का मन बना रहे है। शहर में इन दिनों आॅक्सीजोन, चंबल रिवर फ्रंट के अलावा विभिन्न ऐतिहासिक दरवाजों और चौराहे हेरिटेज देखने के लिए लोग आ रहे है। कोटा में घरेलू पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। विद्यार्थियों उनके साथ आए अभिभावक कोटा के पर्यटक स्थलों का भ्रमण कर रहे हैं जिससे इन दिनों धार्मिक, ऐतिहासिक स्मारकों पर अच्छी भीड़ आना शुरू हो गई है। इन दिनों शहर के अभेड़ा महल, बॉयोलॉजिकल गार्डन, किशोर सागर तालाब, चंबल गार्डन, सीवी गार्डन, सेवन वंडर में इन दिनों पर्यटकों की अच्छी आवाजाही बनी हुई है। किशोर सागर व केएसटी विकास कार्य होने से यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। किशोर सागर में बोटिंग शुरू होने से शाम के समय यहां अच्छी खासी भीड़ रहने लगी है। किशोर सागर में पानी में तैरते घोड़े और फव्वारे आकर्षण का केंद्र बन रहे है। शाम के समय यहां खासी भीड़ रहती है।

दो साल पहले यह थी पर्यटकों के आने की स्थिति: पर्यटन विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार हाड़ौती में गत वर्ष जनवरी से 2019 में दिसम्बर तक 1 लाख 28 हजार 119 देशी व 2676 विदेशी पर्यटक आए थे। इस वर्ष के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में 12 हजार 370 व विदेशी 224 पर्यटक आए हैं, वहीं फरवरी में 28 हजार 725 व विदेशी मेहमान 489 आए हैं। उसके बाद मार्च में लॉकडाउन लग गया था।

गुलजार होने लगे हाड़ौती पर्यटक स्थल: दीपावली बाद से ही हाड़ौती के पर्यटन स्थल फिर से गुलजार होने लगे है। शहर के सेवन वंडर्स, चंबल गार्डन, अभेडा महल, सिटी पैलेस, मुकंदरा, गेपरनाथ, गरडिया महादेव, किशोर सागर, सीवी गार्डन, जगमंदिर, दर्रा वन्यजीव अभ्यारण, कोटा बैराज देखने के लिए मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्टÑ से पर्यटक आ रहे हैं। कोटा में कोचिंग फिर से शुरू होने से पर्यटन व्यवसाय को फिर से पंख लग गए है।

पर्यटन व्यवसाय को बूस्टर डोज की जरुरत: पिछले दो साल से बंद पड़े पर्यटन उद्योग को देशी पर्यटकों के बूस्टर डोज की आवश्यकता है। प्रदेश सहित हाड़ौती में कोरोना संक्रमण नगण्य हो गया है। ऐसे में यहां पर्यटन व्यवसायी दिसंबर के सीजन में अच्छा व्यवसाय की उम्मीद लगा रहे हैं। दो साल से कोरोना ने हाड़ौती के पर्यटन तोड़कर रख दिया है। कोरोना वायरस ने हाड़ौती के पर्यटन उद्योग को बीमार कर दिया है। पिछले दो साल में पर्यटन के इस सीजन में आने वाले पर्यटकों की संख्या में गत वर्षों की तुलना में गिर गई है। खुद पर्यटन विभाग की ही मानें तो गत वर्ष की अपेक्षा इस साल आने वाले पर्यटकों की संख्या 20 से 25 फीसदी गिर गई है। विदेशी पर्यटकों का आना तो दो साल से बंद ही है। पूरा उद्योग स्वदेशी पर्यटकों पर ही निर्भर है।

हाड़ौती में इन स्थानों से आते थे पर्यटक: हाड़ौती में फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका, कनाडा, आस्ट्रेलिया, न्यूजलैंड, बेल्जीयम, इटली, समेत विभिन्न स्थानों से पर्यटक थे। लेकिन कोरोना संक्रमण से पिछले दो साल से विदेशी पर्यटक बिल्कुल कम आ रहे है। अब तो स्वदेशी पर्यटक ही पर्यटक उद्योग का बेड़ा पार लगा रहे है।

दो साल से नहीं आए विदेशी पावणे: पर्यटन से जुड़े रवि सिंह बताते हैं कि 2019 में फरवरी तक पर्यटकों की संख्या के आधार पर देशी पर्यटकों की संख्या में करीब डेढ़ गुना व विदेशी पर्यटकों मेंं भी करीब 50 फीसदी वृद्धि होगी, पर कोराना ने उम्मीद को तोड़ दिया था। फरवरी 2019 तक कोटा व बूंदी में तक 50 हजार देशी व 12 हजार के करीब विदेशी आ आए थे। विदेशी पर्यटकों की संख्या डेढ़ से दो गुनी होने की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ने से एक के बाद एक ग्रुप बुकिंग केंसल कराने लगे थे। दो साल से विदेशी पर्यटकों का आना बंद ही हो गया है। 2020 से जून 2021 तक पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह से सूना ही रहा। जुलाई 2021 के बाद से ही स्थिति सामान्य होने से घरेलु पर्यटनों की ने लाज रखी। इस बार का शीतकालीन सीजन अच्छा जाने की उम्मीद की जा रही है।

घरेलू पर्यटक बन रहे तारणहार: पर्यटन उद्योग की गतिविधियां पटरी पर आने लगी है। राजस्थान में बेहतर कोरोना प्रबंधन के चलते विदेशी यहां की ओर रूख कर रहे लेकिन अंतराष्टÑीय प्लाइंटे अभी बहुत कम होने से यहां आने के लिए वेटिंग चल रही है। पर्यटन विभाग द्वारा विशेष आयोजन किए गए हैं ताकि पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिल सके व पर्यटकों की संख्या को बढ़ाया जा सके। इस साल राजस्थान के सभी पर्यटक स्थलों पर पर्यटक की भीड़ बढ़ने लगी है। लगातार पर्यटन बढ़ने से पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के चेहरे भी खिलने लगे हैं। अभी तक तो देसी पर्यटक ही तारणहार बने हुए है। विदेशी पावणे आ रहे लेकिन संख्या बहुत कम है।

- संदीप श्रीवास्तव, पर्यटन अधिकारी कोटा

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