एमसीआई निरीक्षण से पहले डॉक्टरों को जयपुरिया अस्पताल भेजा गया था
जयपुर: संदीप शर्मा 700 करोड़ रुपए से भी अधिक लागत से बने और आरयूएचएस सेंटर में मरीजों के नहीं आने, ऑपरेशन थियेटर नहीं चल पाने और आईसीयू में मरीजों के भर्ती नहीं होने की एक बड़ी वजह डॉक्टर्स और स्टाफ की कमी है। काफी प्रयासों के बाद भी जयपुरिया अस्पताल में लगाए 20 से अधिक सीनियर डॉक्टर अब आरयूएचएस जाने को तैयार ही नहीं हैं।
आरयूएचएस में महज मेडिसिन, सर्जरी और आई विभाग के डॉक्टर्स ही ओपीडी में आने लगे हैं। इधर, अधिकारियों का कहना है कि वे कोशिश कर रहे हैं और लेटर भी लिखे गए हैं, लेकिन डॉक्टर्स आने को तैयार नहीं। अब सख्ती की जा रही है।
700 करोड़ का भवन और 700 बेड का अस्पताल।
40 करोड़ के आईसीयू और ऑपरेशन थियेटर में उपकरण
ओपीडी - 700-800 मरीज प्रतिदिन।
आईपीडी - 20-25 मरीज प्रतिदिन। छुटटी के दिन 10 से भी कम।
पांच में से महज एक ऑपरेशन थियेटर चलता है