राजस्थान

जिला स्तरीय सखी सम्मेलन हुआ आयोजित संघर्ष से सशक्तिकरण की ओर बढ़े सीमा के कदम राज्य

Tara Tandi
18 Aug 2023 11:19 AM GMT
जिला स्तरीय सखी सम्मेलन हुआ आयोजित संघर्ष से सशक्तिकरण की ओर बढ़े सीमा के कदम राज्य
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मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में शुक्रवार को जेईसीसी सीतापुरा जयपुर में राज्य स्तरीय सखी सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें स्वयं सहायता समूह से जुडी लगभग 20 हजार महिलाओं ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में प्रत्येक जिले से स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएँ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ी रही।
ज़िला स्तरीय कार्यक्रम हुआ आयोजित
ज़िला स्तरीय कार्यक्रम राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के ऑडिटोरियम प्रतापगढ़ में प्रतापगढ़ विधानसभा क्षेत्र विधायक रामलाल मीणा के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिलेभर से लाभार्थियों ने भाग लिया और अपने अनुभव साझा कर अन्य को भी प्रोत्साहित किया।
विधायक मीणा ने लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिले में राजीविका द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में लगभग 7 हज़ार 800 स्वयं सहायता समूह है, जिससे कई महिलाएं जुड़ी हुई है। महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर अचार, मसाला, ज्वेलरी निर्माण, हर्बल साबुन सहित अन्य उत्पादों का उत्पादन कर रही है। उन्होंने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी और जिले में हुए विकास कार्यों को बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत के नेतृत्व में राज्य सरकार ने हर योजना में महिलाओं के हित को ध्यान में रखा है।
संघर्ष से सशक्तिकरण की ओर बढ़े सीमा के कदम
ज़िला स्तरीय सखी सम्मेलन कार्यक्रम मे आयी सीमा मीणा ने अपने अनुभव साझा किए और गरीबी से उभर कर आत्मनिर्भर बनने की अपनी यात्रा साझा की। सीमा बताती है कि परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह कच्चे मकान में रहा करती थी। जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने में भी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। उनके जीवन में परिवर्तन का दौर तब शुरू हुआ जब सीआरपी टीम उनके घर पहुंची और उन्हें स्वयं सहायता समूह जुड़ने के फायदे बताये।
उन्होंने बताया कि उन्होंने 12 महिलाओं का समूह बनाया और समूह से प्राप्त राशि को निवेश किया। वह आगे बताती है की उन्होंने स्वयं की राशन की दुकान भी शुरू की जिससे वह अब नियमित आय प्राप्त कर रहीं है। उन्होंने बताया कि बचत और लोन के माध्यम से उन्होंने टेंपो भी ख़रीद लिया है। अब उन्होंने पक्की दुकान भी बना ली है और सिलाई भी करती है जिससे उन्हें अतिरिक्त आय की प्राप्ति होती है।
पहले जीवन के हर संघर्ष से गुजर चुकी सीमा आज अपने पूरे परिवार की रीढ़ बन चुकी है। यह उनकी मेहनत और राज्य सरकार की सहायता का ही परिणाम है। उन्होंने इस सहायता के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया।
यह रहे उपस्थित
कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर दुर्गा शंकर मीना, उपखण्ड अधिकारी प्रतापगढ़ राजेश कुमार नायक, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के एसीपी अशोक कुमार मीणा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वीडी मीणा, राजीविका से ज़िला परियोजना अधिकारी भैरूलाल मीणा, कपिल दर्जी, उदयलाल चौधरी, संजय दखानी सहित अन्य ज़िला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी, लाभार्थी उपस्थित रहे। मंच का संचालन धनराज मीणा द्वारा किया गया।
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स्वीप गतिविधियों के तहत ली मतदान की शपथ
प्रतापगढ़, 18 अगस्त। जिला निर्वाचन अधिकारी व जिला कलक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव के निर्देशानुसार आगामी विधानसभा चुनावों में होने वाले मतदान में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने को लेकर जिलेभर में स्वीप गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में प्रतापगढ़ में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित जिला स्तरीय सखी सम्मेलन में में भारत हूँ मतदाता जागरूकता गीत के उद्घोष के साथ कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारी-कर्मचारी, मीडियाकर्मी, खिलाड़ियों और सखी को मतदान की शपथ दिलाई और मतदान करने के लिए प्रेरित किया।
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सद्भावना दिवस पर दिलाई सद्भावना प्रतिज्ञा
प्रतापगढ़, 18 अगस्त। पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी के जन्म दिवस 20 अगस्त को राजपत्रित अवकाश होने के कारण दिनांक 18 अगस्त शुक्रवार को सद्भावना दिवस के रूप में मनाया गया व विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा सद्भावना प्रतिज्ञा ली गई। इसी क्रम में अतिरिक्त ज़िला कलक्टर दुर्गा शंकर मीना और उपखंड अधिकारी प्रतापगढ़ राजेश कुमार नायक ने मिनी सचिवालय परिसर में अधिकारी एवं कर्मचारियों को सद्भावना की शपथ दिलवाई।
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सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान कार्यक्रम के तहत गुड टच बेड टच
को लेकर एक दिवसीय आमुखीकरण कार्यषाला 22 को
प्रतापगढ़, 18 अगस्त। सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान कार्यक्रम के तहत गुड टच बेड टच संबंधित गतिविधियों पर समझ विकसित करने के लिए एक दिवसीय आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन 22 अगस्त, मंगलवार को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्रतापगढ़ के ऑडिटोरियम में किया जायेगा।
मुख्य जिला षिक्षा अधिकारी प्रहलाद चन्द्र पारीक ने समस्त पीईईओ/संस्थाप्रधान को आदेष जारी कर बताया कि कार्यषाला में सभी ब्लॉक के प्रत्येक विद्यालय से एक महिला अध्यापिका (महिला अध्यापिका नहीं होने पर पुरुष अध्यापक) को भिजवाया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि प्रषिक्षण कार्यक्रम में अनुपस्थिति होने पर जिस विद्यालय द्वारा प्रशिक्षण नही लिया गया व यदि राज्य स्तर पर गठित पर्यवेक्षक टीम द्वारा निरीक्षण करने पर आपके विद्यालय में यह गतिविधि संचालित नहीं पाई गई तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित संस्थाप्रधान की होगी।
मुख्य जिला षिक्षा अधिकारी ने बताया कि 22 अगस्त, मंगलवार को ऑडिटोरियम में प्रातः 10 से 12 बजे तक अरनोद, प्रतापगढ़ व सुहागपुरा ब्लॉक के कुल 424 प्रतिभागी, अपरान्ह् 12.30 से 2.30 बजे तक धरियावद व पीपलखूंट के कुल 465 प्रतिभागी एवं सायं 3 बजे से 5 बजे तक छोटीसादड़ी, धमोत्तर व दलोट ब्लॉक के कुल 465 प्रतिभागी भाग लेंगे। उन्हांेने बताया कि जो भी गुड टच बेड टच प्रभारी हो वे प्राथमिकता के साथ षिक्षिका को यदि विद्यालय में षिक्षिका नही है तो षिक्षक को अनिवार्य रूप से भाग लेना सुनिष्चित करें। उन्हांेने बताया कि आगामी नो बैग डे कार्यक्रम 26 अगस्त को प्रत्येक विद्यालय में प्रशिक्षित अध्यापकों के द्वारा सभी बालक-बालिकाओं को प्रशिक्षित किया जायेगा।
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राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय प्रतापगढ़ में
पाठकों ने ली सद्भावना प्रतिज्ञा
प्रतापगढ़, 18 अगस्त। राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय प्रतापगढ़ में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी के जन्म दिवस सद्भावना दिवस के रूप में पुस्तकालय के सावित्रीबाई फुले वाचनालय में मनाया गया तथा पुस्तकालय में उपस्थित पाठकों को सद्भावना प्रतिज्ञा दिलाई गई।
पुस्तकालय के पुस्तकालय अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह पालीवाल ने बताया कि यह दिवस भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की स्मृति में मनाया जाता है। उनकी जन्म जयंती को हर वर्ष सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस का आयोजन सभी धर्म के बीच सामुदायिक समरसता, राष्ट्रीय एकता, शांति, प्यार और लगाव को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के लोगों मे राष्ट्रीय एकता और सामाजिक सद्भावना को प्रोत्साहित करना है। इस दिवस के बारे में पुस्तकालय में उपस्थित पाठकों ने भी अपने विचार प्रकट किया तथा सद्भावना प्रतिज्ञा पाठकों द्वारा ली गई।
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