जयपुर: जयपुर छोटी-छोटी बातों को लेकर बिखरते परिवारों को फिर से जोड़ने के लिए मुस्लिम शाह समाज ने एक पहल शुरू की है। पति-पत्नी, सास-बहू में मनमुटाव के चलते घर टूटने से बचाने के लिए समाज की एक समिति दोनों परिवारों को बैठाकर गलतफहमी दूर करती है,रिश्ता फिर से बन जाए इसके लिए आगे की जिम्मेदारी भी खुद लेते हैं।
समिति ने बीते ढाई साल में मुस्लिम समाज के साथ-साथ हिंदू परिवारों में भी अलगाव की नौबत तक पहुंच चुके करीब 50 जोड़ों को फिर से मिला चुकी है। इनमें ज्यादातर विवाहित जोड़ों के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर मनमुटाव था। जोड़ों को फिर से मिलाने के लिए बनाया वाट्सएप ग्रुप समिति के गुड्डू शाह ने बताया कि आपस में मनमुटाव दूर कर विवाहित जोड़ों को फिर से मिलाने के लिए मुस्लिम समिति का गठन किया।
इसके लिए वाट्सएप ग्रुप बनाया और ऐसे दंपती ढूंढने शुरू किए जो छोटी-मोटी बातों पर मनमुटाव को लेकर अलग-अलग रह रहे है। यह समिति दोनों के घर जाकर सबसे पहले परिवार वालों से मुलाकात कर दोनों पक्षों की बात सुनते हैं फिर दोनों परिवार और पति-पत्नी से अलग-अलग काउंसलिंग कर गलतफहमी दूर करते हैं। समिति में इनके पास हर जिले में 5 लोगों की टीम होती है, जो इस काम में सहयोग करती है। अब तक 50 रिश्ते बचा चुके हैं। गुड्डू शाह कहते हैं कि इस्लाम में एक रिश्ता बचाना एक हज के बराबर सवाब है। समिति बिना जाति-धर्म देखे रिश्ता बचाने की प्रयास करती है। केस एक | राजधानी में सांगानेर निवासी किशन सैनी और ज्योति सैनी के बीच शादी के कुछ दिनों बाद ही मनमुटाव हो गया। ज्योति प्रेग्नेंसी के दौरान पीहर चल गई और एक साल तक वहीं रही।