जयपुर : केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) की हिरासत में विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) के संयुक्त निदेशक जवरीमल बिश्नोई की आत्महत्या के मामले में रविवार को नया मोड़ आ गया। बिश्नोई के स्वजनों ने रविवार को कहा कि उनकी हत्या की गई है। जिस खिड़की से बिश्नोई के छलांग लगाने की बात कही जा रही है । वहीं से कोई सामान्य व्यक्ति छलांग नहीं लगा सकता है। जवरीमल मूल रूप से राजस्थान में बीकानेर जिले के खाजूवाला के निवासी थे। रविवार को खाजूवाला में बिश्नोई समाज के प्रमुख लोगों की बैठक हुई।
शुक्रवार को पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़े गए बिश्नोई ने शनिवार को गुजरात के राजकोट में डीजीएफटी की बहुमंजिला इमारत से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उनकी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। सीबीआई को बिश्नोई के रिश्वत लेने की शिकायत मिली थी। जिस पर सीबीआई की टीम ने जाल बिछाकर उन्हे पकड़ा था। शनिवार को छापेमारी के दौरान सीबीआई की टीम को देखकर बिश्नोई के स्वजनों ने रुपये और अन्य सामान अलग-अलग कपड़े की पोटली में बांधकर फ्लैट से नीचे फेंक दिए थे।
बिश्नोई की मौत के बाद रविवार को उनके भाई संजय गिला राजकोट सिविल अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए। बीकानेर से भी बिश्नोई समाज के लोग राजकोट के लिए रवाना हुए हैं। बीकानेर में बिश्नोई समाज के लोगों ने कहा कि सोमवार से आंदोलन तेज होगा। जिम्मेदार सीबीआई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना देने के साथ ही आगे आंदोलन किया जाएगा।