राजस्थान

Dholpur : मिशन उत्कर्ष के जरिए किशोरियों से दूर होगा एनीमिया

Tara Tandi
11 July 2024 12:59 PM GMT
Dholpur : मिशन उत्कर्ष के जरिए किशोरियों से दूर होगा एनीमिया
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Dholpur धौलपुर । आयुष मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने मिशन उत्कर्ष के एक भाग के रूप में आयुर्वेद हस्तक्षेपों के माध्यम से किशोरियों के पोषण को बढ़ाने के लिए साझेदारी की है। मिशन उत्कर्ष के तहत पोषण स्तर पर आकांक्षी जिलों को राज्य और राष्ट्रीय औसत तक लाने के लिए कार्य किया जायेगा। पहले चरण में, पांच राज्यों राजस्थान के धौलपुर, असम के धुबरी, छत्तीसगढ़ के बस्तर, झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली पांच आकांक्षी जिलों में किशोरियों (14-18 वर्ष) की एनीमिया की स्थिति में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा। मिशन उत्कर्ष का उद्देश्य एनीमिया से लड़ना और एनीमिया मुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की
दिशा में काम करना है।
मिशन उत्कर्ष कार्यक्रम के अंतर्गत, लगभग 10 हजार 133 आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण ट्रैकर के अंतर्गत पंजीकृत 14-18 आयु वर्ग की 94 हजार से ज्यादा किशोरियों को इस कार्यक्रम की एक वर्ष की अवधि में लाभान्वित किया जाएगा। परियोजना की समन्वय एजेंसी, केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) है। इस कार्यक्रम में एनीमिक किशोरियों के स्वास्थ्य में सुधार लाने हेतु बेहतर पोषण प्रदान करने के लिए तीन महीनों के लिए आयुर्वेद दवाएं द्राक्षावलेह और पुनर्नवा आदि प्रदान की जाएंगी।
इस परियोजना को आयुष मंत्रालय एवं बाल विकास मंत्रालय दोनों केंद्रीय मंत्रालयों द्वारा संयुक्त रूप से वित्तपोषित किया जा रहा है और पांच जिलों में केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, गुवाहाटी; अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली; सीएआरआई, भुवनेश्वर; क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, नागपुर; राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर द्वारा निष्पादित किया जाएगा, जबकि पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया का आईआईपीएच, दिल्ली इस परियोजना के परिणामों का आकलन करके महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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