प्रतिबंध के बावजूद फसल कटने के बाद ज्यादा आते हैं नोलाइयों में आग के मामले
कोटा: गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही आग लगने के मामले भी अधिक हो जाते हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में फसल कटने के बाद नोलाइयों में आग के मामले भी अधिक आते हैं। अप्रैल से जून तक गर्मी के तीन माह के सीजन में शहर में जहां अधिकतर शॉर्ट सर्किट से आग लगने के मामले आते हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर खेतों में कटी फसल के बाद नोलाईयों व परालियों में आग के मामले अधिक होते हैं। हालांकि अभी तक फसल पूरी तरह से कटी नहीं है। ऐसे में ये मामले फिलहाल कम आए हैं। अप्रैल में फ सल कटने के बाद नोलाईयों में आग के मामलों में तेजी सेी बढ़ोतरी होगी। नोलाइ में आग लगाना प्रतिबंधित नगर निगम कोटा दक्षिण के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि नोलाईयों में आग के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से नोलाईयों को जलाने को प्रतिबंधित किया गया है। ऐसा करने वालों के खिलाफ संबंधित थाने की पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाती है। व्यास ने बताया कि प्रतिबंधित होने के बाद भी ऐसे मामले अधिक हो रहे हैं।
अब हर जिला मुख्यालय पर दमकलें
सीएफओ राकेश व्यास ने बताया कि पहले ग्रामीण क्षेत्रों में नोलाइयों में आग लगने पर कोटा शहर से ही दमकलें आग बुझाने जाती थी। हालांकि अभी भी करीब 30 से 10 किमी. दूर बूंदी व सांगोद तक के क्षेत्र में कोटा से ही दमकलें जा रही हैं। वैसे अब हर जिला मुख्यालव व तहसील स्तर पर भी दमकलें उपलब्ध करवा दी गई हैं। जिससे वहीं से दमकलें पहुंच जाती हैं। फिर भी सूचना पर कोटा निगम से भी दमकलें भेजते हैं।
अप्रैल में अधिक आएंगे मामले
सीएफओ व्यास ने बताया कि मार्च के अंतिम दिनों और अप्रैल में फसल कटने के बाद नोलाइयों में आग के मामले अधिक आते हैं। यह सिलसिला जून तक चलता है। उन्होंने बताया कि सोमवार को सांगोद क्षेत्र से सूचना मिलने पर वहां दमकल भेजी गई थी।
शहर में हो चुकी कई घटनाएं
इधर शहर में आग लगने की गत दिनों कई घटनाएं हो चुकी हैं। शहर में एक सप्ताह में दो बड़े कबाड़ गोदाम में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। जिनमें लाखों का नुकसान होने के साथ ही एक-एक दर्जन दमकलों से लाखों लीटर पानी और फाम से आग पर काबू पाया गया।