कोरोना के चलते त्योहारों का उत्साह दिखना शुरू हो गया है। दशहरे से दस दिन पहले श्रीगंगानगर के रामलीला मैदान में खिलौना विक्रेताओं ने कैंप लगाया है। जोधपुर के दलूराम, रामलीला मैदान के बाहर अपने परिवार के साथ डेरा डाले हुए हैं, कहते हैं कि वह राज्य भर के मेलों में खिलौने बेचते हैं। जहां आय जाती है। पिछले दो वर्षों में लॉकडाउन की स्थिति ने उनकी स्थिति और खराब कर दी है। कोई मेले नहीं थे और कोई राजस्व नहीं था। इस बार वह रामलीला शुरू होते ही श्रीगंगानगर आ गए हैं।
उन्होंने बताया कि परिवार में चार बेटे, दो बेटियां और एक बहू है। वह उनके साथ राज्य भर में यात्रा करते हैं। हाल ही में मसूरिया मेला और बाबा रामदेव के मेले में भी कैंप लगाया गया था। वहीं से अगले एक-दो महीने का जुगाड़ हुआ। अब श्रीगंगानगर से बेहतर आमदनी की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से यहां कोई नहीं आ सका ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार मेला खचाखच भरा रहेगा। वे खिलौने बेचते हैं। इस बार भी श्रीगंगानगर नए तरह के खिलौने लेकर आया है। जब बच्चे अपने साथ रखे खिलौनों को देखने के लिए उत्साहित होते हैं, तो उनके परिवार में सुधार होता है। श्रीगंगानगर में दशहरा मेले के दौरान खरीदारी करते लोग। ऐसे में इनसे अच्छी आमदनी की उम्मीद है।
न्यूज़ क्रेडिट: aapkarajasthan