राजस्थान

साइकोलॉजी डिपार्टमेंट ने टेक्निक्स ऑफ़ क्लीनिकल साइकोलॉजी पर आयोजित किया वर्कशॉप

Admin Delhi 1
12 Sep 2022 1:34 PM GMT
साइकोलॉजी डिपार्टमेंट ने टेक्निक्स ऑफ़ क्लीनिकल साइकोलॉजी पर आयोजित किया वर्कशॉप
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जयपुर न्यूज़: जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ़ साइकोलॉजी की तरफ से टेक्निक्स ऑफ़ क्लीनिकल साइकोलॉजी पर वर्कशॉप कराया गया। इस कार्येक्रम में कई अलग अलग यूनिवर्सिटीज जैसे बनस्थली, राजस्थान यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी, आईआईएस यूनिवर्सिटी, करियर पॉइंट (कोटा), बीएमएस (बैंगलोर) और एनआईटी (जयपुर) के छात्रों ने हिस्सा लिया। इस कार्येक्रम के मुख्य अतिथि के तोर पर डॉ. रजनी (टी जी हेड एंड सीनियर क्लीनिकल साइकोलोजिस्ट, महात्मा गाँधी हॉस्पिटल, जयपुर) और अमितता श्रृंगी (क्लीनिकल हिप्नोथेरेपिस्ट, डीबीटी, सीडीटी एंड सीबीटी थेरेपिस्ट) शमिल हुए। उन्होंने बताया की साइकोलॉजी पढ़ने से हम अपने वातवरण में सुधार ला सकते है साथ ही कई लोगों की मदद भी कर सकते हैं। हम अपने थेरेपी के मदत से किसी भी दिमागी रूपी बिमारी को बिना दवा के सहयता के सही कर सकते है।

अपने सम्बोधन में उन्होंने बताया की आज के युवा कितने ज्यादा ट्रॉमा और एंग्जायटी में अपने आपको महसूस करते है, हालाँकि वो बस उनके मन का वहां होता है। उन्होंने बहुत सारी ऐसी टेक्निक्स बताई जिसकी मदद से हम अपने ऐसी काल्पनिक सोच को धीरे धीरे खत्म कर सकते है साथ ही अपने दिमाग को सही जगह ट्रैन कर सकते है। कार्येक्रम के दौरान ब्रीथिंग और मैडिटेशन एक्टिविटीज कराई गयी जिससे कार्येकर्म में मजूद सभी छात्रों को अंदरूनी रूप से काफी शांति महसूस हुई। जेइसीआरसी के वाइस चेयरपर्सन अर्पित अग्रवाल ने बताया कि जेइसीआरसी साइकोलॉजी डिपार्टमेंट ने ये वर्कशॉप निशुल्क में कराया गया था जिससे हर कोई इसमें भाग ले सके और इसकी मानसिक रूप से चल रही परेशानी को समझे और उससे ठीक करने का रास्ता ढूंढ पाए। हम आगे भी टेक्निक्स ऑफ़ क्लीनिकल साइकोलॉजी और उससे जुड़े वर्कशॉप कराते रहेंगे।

अमितता श्रृंगी ने बताया की कोविड के बाद आज के ज्यादा मात्रा के युवा डिप्रेशन से गुज़र रहे है साथ ही उनको सूअसाइडल थॉट्स आते पर इससे ठीक किया जा सकता है। उन्होंने कुछ ऐसी थेरपीएस बताई जिससे डीबीटी थेरेपी, सीडीटी थेरेपी, सीबीटी थेरेपी, डिजिटल डिटॉक्सिफिकेशन, डांस थेरेपी, एक्सप्रेशन थेरेपी और आउटडोर ट्रिप्स की मदद से हम इससे मिटा सकते है।

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