राजस्थान

राजस्थान में आफत बनेगा घना कोहरा, आज 17 जिलों में कोल्ड डे अलर्ट, फिर बारिश की संभावना

Renuka Sahu
18 Jan 2022 6:02 AM GMT
राजस्थान में आफत बनेगा घना कोहरा, आज 17 जिलों में कोल्ड डे अलर्ट, फिर बारिश की संभावना
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फाइल फोटो 

राजस्थान में 21 जनवरी से एक बार फिर मौसम करवट लेगा।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान में 21 जनवरी से एक बार फिर मौसम करवट लेगा। मौसम विभाग के अनुसार 21 जनवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अजमेर औ भरतपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस सप्ताह पूर्वी मध्य अरब सागर में चक्रवातीय स्थितियां बनी हुई है। मंगलवार को नया विक्षोभ सक्रिय होने से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र 18 जनवरी को प्रभावित होगा। इसका असर राजस्थान के मौसम के मिजाज पर भी देखने को मिलेगा। प्रदेश में जारी अति घना कोहरा और शीत दिन की परिस्थितियां आगामी 48 घंटों तक जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राजधानी जयपुर में फिलहाल कोहरे का असर जारी रहेगा। सोमवार को जयपुर का अधिकतम तापमान 15.6 और न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री दर्ज किया गया। मंगलवार को राजधानी में कोल्ड डे और कोहरे की चेतावनी दी गई है।

राजस्थान का आधा हिस्सा कोहरे की चपेट में
राजस्थान में सर्दी ऐसी पड़ रही है कि हाड़ कंपाने के साथ ही दांत भी किटकिटा रहे हैं। सोमवार को कोहरा इतना घना था कि हाथ को हाथ नहीं सूझ रहा था। प्रदेश में कम तीव्रता का पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण ये परिस्थितियां बन गई है। इसके कारण राजस्थान का आधा हिस्सा सोमवार को कोहरे की चपेट में है। मौसम विभाग ने मंगलवार को प्रदेश के 17 जिलों में कोल्ड डे और कोहरे का अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में रविवार रात को सबसे कम तापमान माउंट आबू में दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार माउंट आबू सबसे ठंडा रहा। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से माइनस में चल रहे तापमान के बाद माउंट आबू के लोगों को राहत मिली है। पिछले 24 घंटों में कोटा संभाग के जिलों में सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। कोटा में अधिकतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्शियस रिकाॅर्ड दर्ज किया गया। पश्चिमी राजस्थान के श्रीगंगानगर में 12.4 डिग्री सेल्शियस रहा।
कृषि विभाग ने दी किसानों का सलाह
राज्य के कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों को अपनी फसल की सुरक्षा करने की सलाह दी है। राज्य के कई जिलों में पाला गिरने से फसल को नुकसान हुआ है। फसलों में बर्फ जम गई है। इस समय सरसों की फसल कटाई के लिए तैयार हो रही है। ऐसे में सर्द हवाओं से सरसों की फसल को नुकसान ज्यादा हो रहा है। कृषि अधिकारियों ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए है। किसान इन हेल्पलाइन नंबरों से शीतलहर से बचाव के लिए सलाह ले सकते हैं। राज्य में एक सप्ताह पहले हुई बारिश से किसानों की फसल को काफी नुकसान हुआ था।
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