जयपुर। राजस्थान में मानसून कमजोर होने के साथ ही डेंगू और मलेरिया जैसी मौसमी बीमारियां तेजी से बढ़ने लगी हैं. राज्य में पिछले पांच दिनों में डेंगू से दो मरीजों की मौत हो चुकी है. इनमें दौसा और कोटा जिले का एक-एक मरीज शामिल है। वहीं, इस साल अब तक छह मरीजों की मौत हो चुकी है.
चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रतिदिन करीब एक सैकड़ा डेंगू के मरीज इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं. सबसे ज्यादा मरीज जयपुर, कोटा और बीकानेर में सामने आए हैं. डेंगू और मलेरिया के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रभावित जिलों में अतिरिक्त मेडिकल टीमें भेजी गई हैं.
जानकारी के मुताबिक जयपुर में सबसे ज्यादा 680 डेंगू मरीज सामने आए हैं. कोटा में 435 और बीकानेर में 58 मामले सामने आ चुके हैं. चिकित्सा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने डेंगू और मलेरिया रोग को लेकर बैठक की, जिसमें मरीजों की संख्या के आधार पर कोटा, जयपुर, बाड़मेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और पाली जिलों को हाई रिस्क जिला माना गया है. इन जिलों में डॉक्टरों की अतिरिक्त टीमें भेजी गई हैं.
जिला कलेक्टरों को अपने-अपने क्षेत्र में मच्छरों से प्रभावित इलाकों में फॉगिंग कराने को कहा गया है. जानकारी के मुताबिक, जैसलमेर और बाड़मेर जिले में मलेरिया के मरीज ज्यादा मिल रहे हैं. अब तक दोनों जिलों में करीब नौ सौ मलेरिया के मरीज सामने आ चुके हैं।