राजस्थान
अटल भूजल योजनान्तर्गत हाईटेक रैन फेड हाॅर्टिकल्चर पर प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगें
Tara Tandi
25 July 2023 2:05 PM GMT

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गिरते भूजल स्तर पर रोक तथा जल का समुचित उपयोग करने के लिए अब उच्च उद्यानिकी पद्धति के माॅडल विकसित किए जाएगें। इसके लिए सरकार की ओर से एक ही किसान को विभिन्न कंपोनेंट पर 35.94 लाख रुपए अनुदान दिया जाएगा। अटल भूजल योजना के तहत जिले में वर्षा आधारित उच्च उद्यानिकी पद्धति माॅडल तैयार करने के लिए उद्यानिकी विभाग ने तीन ब्लाॅक का पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में चयन किया हैं। इनमें जैसलमेर, मोहनगढ व नाचना पंचायत समिति शामिल हैं।
उद्यान विभाग के उपनिदेशक डाॅ हीर सिंह राठौड ने बताया कि इस पायलेट प्रोजेक्ट के तहत एक किसान उद्यानिकी विभाग की 6 गतिविधियां(कंपोनेंट) लगा सकते हैं, जिसकी कुल लागत का सरकार की ओर से 75 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। फिलहाल इसे नवाचार के रूप में शुरू किया जा रहा है। इसके लिए उद्यानिकी विभाग में 31 जुलाई तक आवेदन किए जा सकते हैं।
ये कंपोनेंट हैं शामिल: उद्यानिकी विभाग के अनुसार एक ही किसान द्वारा प्लास्टिक लाइनिंग एकल फार्म पौण्ड, सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना(7.5भ्च्), सूक्ष्म सिंचाई संयंत्र स्थापना(ड्रिप/मिनी स्प्रिंकलर), प्लास्टिक मल्चिंग, लो टनल(एक हजार वर्ग मीटर तक) एवं संरक्षित संरचना(ग्रीन हाउस/शेडनेट हाउस) लगाने होंगे। इन सब पर अनुमानित लागत करीब 47.92 लाख रुपए आएगी, जिसमें से सरकार की ओर से 35.94 लाख रुपए का अनुदान यानि करीब 75 प्रतिशत राशि दी जाएगी।
एक से अधिक कृषक होने पर निकलेगी लाॅटरी:- योजना के तहत कृषक के नाम से एक ही स्थान पर न्यूनतम कृषि योग्य 1 हैक्टेयर जोत भूमि का स्वामित्व होना जरूरी है। वहीं सह खातेदारों की स्थिति मेें भी न्यूनतम 1 हैक्टेयर भूमि उनके हिस्से में होनी चाहिए। एक से अधिक आवेदन आने की स्थिति में कृषक का चयन लाॅटरी द्वारा किया जाएगा।

Tara Tandi
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