राजस्थान

जालोर कांड के विरोध में जयपुर में प्रदर्शन: छात्र नेताओं ने 5 मांगों का किया विरोध, भाजपा नेता ने दी चेतावनी

Bhumika Sahu
15 Aug 2022 9:46 AM GMT
जालोर कांड के विरोध में जयपुर में प्रदर्शन: छात्र नेताओं ने 5 मांगों का किया विरोध, भाजपा नेता ने दी चेतावनी
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छात्र नेताओं ने 5 मांगों का किया विरोध भाजपा नेता ने दी चेतावनी

जयपुर. राजस्थान के जालौर में शिक्षक द्वारा दलित छात्र की पिटाई से मौत के मामले की आंच जालौर से जयपुर पहुंच गई है। इस घटना के विरोध में जयपुर में जमकर बवाल हुआ। जयपुर में राजस्थान विश्वविद्यालय के बाहर सैंकड़ों की संख्या में दलित छात्र और छात्र नेताओं ने जमकर नारेबाजी की। छात्रों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्रों की मांग है कि जब तक सभी मांगे नहीं मान ली जाएंगी तब तक यह धरना जारी रहेगा। छात्रों ने कहा कि अंजाम जो भी हो हमें उसकी परवाह नहीं है।

पांच मांगे लेकर धरने पर बैठ गए हैं छात्र
राजस्थान विश्वविद्यालय के बाहर रविवार रात से छात्रों ने धरना शुरु कर दिया है। छात्र नेताओं की पांच मांगे हैं। इंद्र मेघवाल के मामले में, उनका कहना है जब तक मांगे नहीं जानी जाएगी धरना अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगा। छात्र नेताओं की मांग ये हैं।
जालौर के उस स्कूल की मान्यता रद्द करनी होगी।
पीड़ित परिवार को पचास लाख का मुआवजा। परिवार के दो सदस्यों को नौकरी देनी होगी।
भीम आर्मी पर हमला करने वाले पुलिसवालों का जल्द से जल्द हटाया जाए।
पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
आरोपी शिक्षक पर गंभीर से गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया जाए।
विधायक ने भी किया समर्थन
धरने को लीड कर रहे पूर्व छात्रसंघ महासचिव नरसी किराड़ ने कहा कि सरकार को ये मांगे माननी ही होगी। नहीं मानेगी जब तक हम धरने पर ऐेसे ही बैठे रहेंगे। उधर इस धरने पर रात में चाकसू एमएलए वेद प्रकाश सोलंकी भी पहुंचे थे।
किरोड़ी लाल मीणा ने दी चेतावनी
भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा- आजादी के अमृत महोत्सव में स्वयं को राजस्थान का गांधी कहने वाले मुख्यमंत्री के राज में दलित छात्र की निर्मम हत्या अन्याय की पराकाष्ठा है। दोषी को ऐसी सजा मिले कि दोबारा ऐसी घटना न हो। मेरी मांग है कि छात्र के परिजनों को 50 लाख रुपए व सरकारी नौकरी दी जाए। उन्होंने कहा कि दलित छात्र को न्याय दिलाने के लिए एकत्रित हुए लोगों को पुलिस खदेड़ने की कोशिश कर रही है। पुलिस को कहना चाहता हूं कि दलित भाइयों को अकेला न समझे। अगर न्याय नहीं मिला तो मैं भी जल्द ही जालौर की धरती पर पहुंच रहा हूं।


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