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झालावाड़। जिले के खानपुर उपखंड क्षेत्र में परवन बांध के डूब क्षेत्र में आए गांव अकावद खुर्द को पूर्ण डूब क्षेत्र में लें और सर्वेक्षण करवाकर उचित राशि प्राप्त करने की मांग को लेकर शुक्रवार को करीब 2 घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पहुंचे पुलिस और जूनियर अधिकारियों ने तर्क से समझाइश की। 1 सप्ताह में हस्ताक्षर का प्रमाण पत्र पूरी तरह से किए जाने का अल्टीमेटम दिया जाता है।
सरोला क्षेत्र के कल्लाजी मार्ग में रुके हुए धरने में बताया कि हमारे गांव अकावद खुर्द की पुश्तैनी जमीन के बांध के पानी में पहले ही डूब गए, जबकि 2022 में आई बाढ़ के कारण गांव में पानी भरने से कई घर और जमीन बारिश में प्रभावित हुई । पूरा गांव डूब रहा है। अकावद खुई का पूर्ण सर्वेक्षण करवा कर उचित मुवावजा बढ़ाएँ। आरोप लगाए गए हैं कि सर्वे के दौरान भेदभाव किया गया है। इसके चलते गांव को आधा डूब क्षेत्र माना जाता है, जबकि पूरा गांव डूब क्षेत्र में आ रहा है।
बारिश के पानी के कारण भी गांव पानी में डूब गए। बांध पूरा बनने के बाद तो हमारा पूरा गांव डूब जाएगा। यहां अधिकतर लोगों के पास भूमि भी नहीं हैं। केवल पशुपालक हैं। पानी गांव के आस-पास एवं गांव मे भर जाने के बाद यहां जहर जीव जंतुओं का आए दिन खतरा बना रहेगा। यहां जीवन यापन करना कठिन हो जाएगा। इसी मांग को लेकर आवश्यकताओं पर वन योजना परियोजनाओं के नाम निर्धारित किए गए हैं।
धरण प्रदर्शन कर रहे की जानकारी मिले पर उपखंड अधिकारी श्यामसुंदर चेतीवाल, डीवाईएसपी नानालाल सालवी, सरलोलाकला थानाधिकारी अजय शर्मा और परवन बांध के सहायक अभिकर्ता महावीर प्रसाद निर्मल धब्बे पर। इस दौरान अप्राप्य सौंपे गए उनके प्रकार पर उचित समाधान करने की बात कही। इसके बाद अधिकारियों ने कहा कि आप की मांग को उच्चाधिकारियों तक समाधान के लिए भेजा जा रहा है। इसके बाद सही ने धरना समाप्त कर दिया।
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