मेड़ता को जिला बनाने की मांग: हाईकोर्ट में जनहित याचिका के बाद उम्मीदें बढ़ीं
नागौर न्यूज: राज्य सरकार द्वारा 19 नये जिले बनाये जाने के बाद भी मीरा नगरी के लोग मेड़ता को जिला बनाने की जद्दोजहद में लगे हैं. सोशल मीडिया से लेकर जमीनी स्तर पर मेड़ता को जिला बनाकर खोई हुई शान को वापस लाने का काम तेजी से किया जा रहा है. ट्विटर पर युवाओं द्वारा 'मेड़ता को जिला बनाओ' हैशटैग के साथ लगातार ट्वीट किए जा रहे हैं, वहीं संघर्ष समिति की ओर से सोमवार को मुख्यमंत्री से मिलने का प्रयास किया जा रहा है.
मेड़ता को जिला बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष हेमाराम बेड़ा ने कहा कि मेड़ता को जिला बनाने के लिए अधिवक्ताओं द्वारा हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका और उसके बाद युवाओं द्वारा सोशल मीडिया पर चलाया गया अभियान व्यापक असर दिखा रहा है. . हाईकोर्ट द्वारा जनहित याचिका पर सुनवाई को लेकर दी गई चार अप्रैल की तारीख से मेड़ता के लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
संघर्ष समिति के अध्यक्ष बेड़ा ने बताया कि मेड़ता सिटी, रियान बाड़ी, डेगाना के जनप्रतिनिधि अधिवक्ताओं के साथ जल्द ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने जयपुर जाएंगे. संभव है कि इसी सोमवार को ही मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद उन्हें मेड़ता के अधिकारों के बारे में बताया जाएगा. दरअसल मेड़ता जिला बनने की सभी कसौटियों को पूरा करने में प्रदेश में अग्रणी श्रेणी में था। ऐसे में सरकार को अब भी इस पर सख्त होकर वाजिब मांग पूरी करनी चाहिए।