राजस्थान

रक्तदान पाठ को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने की मांग

Admin Delhi 1
14 Jun 2023 6:11 AM GMT
रक्तदान पाठ को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने की मांग
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कोटा न्यूज़: देश में नेत्रदान, अंगदान, देहदान को लेकर विभिन्न कार्य हो रहे हैं। कोटा की बात करें तो कुछ संगठन ऐसे हैं। जिन्होंने रक्तदान के क्षेत्र में अपना जीवन समर्पित कर दिया। ऐसे ही रक्त वीरों के कारण कोटा का नाम रक्तदान के क्षेत्र में अव्वल है। कोटा में अस्सी फीसदी रक्तदान स्वैच्छिक हो रहा है। जबकि पूरे राजस्थान का आंकड़ा साठ फीसदी तक है।

मां भारती जन कल्याण ट्रस्ट के उपाध्यक्ष दिनेश विजय और टीम जीवनदाता के संयोजक भुवनेश गुप्ता ने विश्व रक्तदाता दिवस 14 जून पर कोटा में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि कोटा में स्वैच्छिक रक्तदान काफी मात्रा में हो रहा है। आज भी हमें गांव ढाणी तक पहुंचने की जरूरत है। भीषण

गर्मी में भी कोटा ऐसा शहर है जहां पर लोगों को ब्लड के लिए ज्यादा परेशान होने की आवश्यकता नहीं होती। कुछ ही समय में उसे ब्लड उपलब्ध हो जाता है।

दिनेश विजय ने बताया- कोटा संभाग में रक्तदान को लेकर काफी जनजगृति आई है। 14 जून के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसमें युवाओं का हस्ताक्षर अभियान, मोटिवेशन कैंप, रक्तदान शिविर, पैम्फलेट वितरण होगा। दिनेश विजय ने बताया कि रक्तदान के क्षेत्र में भले ही लोगों में जागृति तेजी से आ रही हो, लेकिन आज हमें नई पीढ़ी को रक्तदान का पाठ स्कूलों में ही पढ़ाया जाना चाहिए। इसके लिए हम सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं कि कक्षा 10वीं से लेकर 12वीं किसी में भी रक्तदान जागरूकता को लेकर पाठ शामिल किया जाना चाहिए। इसमें रक्त के बारे में भ्रांतियां को दूर करते हुए मोटिवेशन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को शुरू से ही इस दिशा में जागरूक किया गया तो सौ फीसदी स्वैच्छिक रक्तदान की जो मुहिम है उसे पूरा किया जा सकेगा।

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