राजस्थान

मवेशियों की जगह लोगों के पैर पकड़ रहे खतरनाक काऊ कैचर

Admin Delhi 1
1 April 2023 2:32 PM GMT
मवेशियों की जगह लोगों के पैर पकड़ रहे  खतरनाक काऊ कैचर
x

कोटा: एमबीएस अस्पताल के काऊ कैचर में शुक्रवार को एक युवक का पैर फंसने की यह घटना पहली बार नहीं हुई है। इस तरह की घटनाएं अस्पताल समेत शहर के कई विभागों के काऊ कैचर में हो चुकी हैं। शहर के हर सरकारी विभाग के कार्यालय में गाय और मवेशियों के अंदर प्रवेश नहीं करने के लिए काऊ कैचर लगाए गए हैं। लेकिन हालत यह है कि उन काऊ कैचर के कारण गाय व मवेशी तो उनकी पकड़ में नहीं आ रहे हैं। जबकि ये काऊ कैचर लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं। एमबीएस अस्पताल का काऊ कैचर हो या जे.के. लोन अस्पताल का। कलक्ट्री परिसर में हो या सर्किट हाउस में। यहां भी पहले कई बार काऊ कैचर में लोगों के पैर फंसने की घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ समय पहले सर्किट हाउस में एक वीआईपी विजिट के दौरान पुलिस कर्मी का ही पैर फंस गया था। हालांकि उसे वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने जृता खुलवाकर पैर को तुरंÞत व सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। इसी तरह से जे.के. लोन अस्पताल का नया अपीडी ब्लॉक बनने से पहले पुराने गेट के काऊ कैचर में एक महिला का पैर फंस गया था। जिसे काफी मशक्कत के बाद भी नहीं निकलने पर गैस कटर से लोहे के सरिये को काटकर निकाला गया था। एमबीएस अस्पताल के काऊ कैचर में तो पैर फंसने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। कलक्ट्री परिसर के काऊ कैचर में भी पूर्व में एक महिला का पैर फंस गया था। जसे भी गैस कटर से सरिया काटकर निकाला गया था। हालांकि यहां उस घटना के बाद काऊ कैचर के सरियों के बीच के अंतराल को कम करने के लिए बीच-बीच में सरिये लगाकर ठीक कर दिया है।

नयापुरा निवासी राकेश नामा ने बताया कि काऊ कैचर के सरियों में गैप अधिक होने से पैर फंसने की घटनाएं अधिक होती है। विशेष ॅरूप से महिलाअं का पैर छोटा होने, पैर का पंजा सीधे की जगह आढ़ा होने और सैंडल खिसकने के कारण पैर फंसने की घटनाएं अधिक होती हैं। शहर में नगर निगम, नगर विकास न्यास,संभागीय आयुक्त कार्यालय, कृषि विभाग में भी काऊ कैचर हैं। जिनमें से अधिकतर में काऊ कैचर के गैप को कम कर दिया है। इधर नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि ये सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर लगवाते हैÞ। इनमें होने वाली घटनाओं के लिए संबंधित विभाग ही जिम्मेदार है।

नवज्योति ने पूर्व में चेताया था: सर्किट हाउस में एक पुलिसकर्मी का पैर काऊ कैचर में फंसने के बाद दैनिक नवज्योति ने सरकारी विभागों के काऊ कैचर के बारे में खबर प्रकाशित की थी। जिसमें चेताया था कि शहर में उस तरह के कई और काऊ कैचर हैं जिनमें इस तरह के हादसे हो सकते हैं। लेकिन उसके बाद भी उन्हें सहीं नहीं कराया गया। जिससे बार-बार इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।

Next Story