पुलिस कर्मियों के लिए साइबर सिक्युरिटी डिप्लोमा कोर्स प्रारम्भ
जयपुर: महानिदेशक पुलिस उमेश मिश्रा ने सोमवार को प्रातः पुलिस मुख्यालय में पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों के लिए सरदार पटेल विश्वविद्यालय के तत्त्वावधान में 9 माह के ऑनलाइन डिप्लोमा कोर्स का शुभारम्भ किया। मिश्रा ने कहा कि वर्तमान डिजिटल दौर में बढते साइबर अपराधों को दृष्टिगत रखते हुए इनकी रोकथाम के लिए पुलिस कर्मियों की तकनीकी दक्षता पर बल दिया जा रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस डिप्लोमा कोर्स से पुलिस तकनीकी दक्षता बढाने का मार्ग प्रशस्त होगा। उन्होने इस डिप्लोमा कोर्स के लिए चयनित 50 पुलिस कर्मियों को बधाई दी और कहा कि इस कोर्स को पूर्ण करने के बाद उनका साइबर ज्ञान बढेगा। उन्होंने तकनीकी में हो रहे परिवर्तनों के अनुसार अपने इस ज्ञान को अद्यतन बनाये रखने की भी आवश्यकता प्रतिपादित की।
महानिदेशक पुलिस ने बताया कि पुलिस मुख्यालय की दूरसंचार एवं तकनीकी शाखा को मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी के रूप में नोडल शाखा नामित किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस में आईटी सिक्युरिटी के लिए पुलिस दूरसंचार मुख्यालय में सूचना सुरक्षा सैल का गठन किया गया है। यह सैल राजस्थान पुलिस के डाटा, डिजीटल नेटवर्क व वेबसाइट्स की सुरक्षा एवं गोपनीयता को बनाये रखने का कार्य कर रही है। सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आलोक त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस कर्मियों की आवष्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इस साइबर सिक्युरिटी डिप्लोमा कोर्स को तैयार किया गया है। डिप्लोमा कोर्स में पुलिस के साइबर एप्लीकेशन्स जैसे सीसीटीएनएस, राजकॉप ऑफिशियल एवं राजकॉप सिटीजन एप इत्यादि की आवश्यकता अनुरूप पाठ्यक्रम बनाया गया है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन व ऑफ लाइन मोड में 9 माह के इस पाठ्यक्रम को 2 सेमेस्टर में पूर्ण किया जायेगा एवं विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ माह में एक बार पुलिस मुख्यालय पर उपस्थित होकर प्रायोगिक कक्षाएं लेने के साथ ही प्रतिभागियों के संशयो का भी निर्वारण करेगें। सफल प्रतिभागियों को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त डिप्लोमा प्रदान किया जायेगा।
डीजी साइबर अपराध व सुरक्षा डॉ. रवि प्रकाश मेहरडा ने इस डिप्लोमा कोर्स की जानकारी देते हुए बताया कि इस डिप्लोमा कोर्स को कराने के लिए सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय से एमओयू किया गया है। उन्होंने बताया कि इस पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों को साइबर स्पेस के विभिन्न घटकों को सुरक्षित करने के लिए आवष्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करना है। यह कोर्स सम्बन्धित साइबर स्पेस की अवधारणाओं को समझने, स्वयं व अपने डाटा को सुरक्षित रखने के लिए उपयोगी होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि साइबर सुरक्षा के खतरों से बचाव के लिए यह कोर्स पुलिस कर्मियों के लिए वरदान सिद्व होगा। सेन्टर फोर साइबर सिक्युरिटी के उपनिदेशक डॉ. अर्जुन चौधरी ने डिप्लोमा के तकनीकी पक्ष पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर महानिरीक्षक पुलिस शरद कविराज भी उपस्थित थे।