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कोटा । शहर में चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर बनाने व आमजन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नगर विकास न्यास ने करोड़ों रुपए की लागत से एमबीएस व जे.के. लोन अस्पताल के नए ओपीडी ब्लॉक के भवन तो तैयार कर दिए। लेकिन अभी तक उनमें अस्पताल की आउटडोर शुरू नहीं हो सकी है। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल की पहलो पर न्यास ने करीब 40 करोड़ की लागत से एमबीएस अस्पताल और 30 करोड़ रुपए की लागत से जे.के. लोन अस्पताल के नए ओपीडी ब्लॉक तैयार किए हैं। ये बहुमंजिला भवन बनकर तैयार हो गए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने करीब एक महीने पहले 21 अक्टूबर को शहर में करीब 700 करोड़ के 20 विकास कार्यों का लोकार्पण किया था। उसमें एमबीएस व जे.के. लोन अस्पताल के नए ओपीडी ब्लॉक भी शामिल हैं। करीब एक महीने पहले लोकार्पण होने के बाद अस्पताल के नए भवन बाहर से तो हैरीटेज लुक में नजर आने लगे हैं। लेकिन अभी तक उन भवनों के कमरों के ताले नहीं खुले हैं। जे.के. लोन अस्पताल का तो अधिकतर काम पूरा हो चुका है। जबकि एमबीएस में अभी काम चल रहा है।
नए अस्पताल भवन का लोकार्पण होने के बाद लोगों को लग रहा है कि अब दोनों अस्पताल नए भवन में संचालित होना शुरू हो गए होंगे। इसी आशा के साथ अधिकतर मरीज व लोग रोजाना इन अस्पतालों के नए भवनों की तरफ जा रहे हैं। उन्हें देखकर वहां से गार्ड द्वारा अभी चालू नहीं होने की जानकारी देने पर वापस आ रहे हैं। हालत यह है कि जिह तरह के ये भवन बने हैं उन्हें देखने के बाद व जगह साफ सुथरी होने के कारण कई लोग तो वहीं बैठकर आराम तक करने लग रहे हैं।
दोनों अस्पतालों के नए भवनों में अंडरग्राउंड पार्किंग के साथ ही लिफ्ट की भी सुविधा है। जिससे मरीज व उनके तीमारदार अस्पताल के नीचे ग्राउंड फ्लोर में वाहन खड़े कर सकेंगे। साथ ही ऊपर जाने के लिए मरीजों को सीढ़ियों के साथ ही लिफ्ट की भी सुविधा मिलेगी। इतना ही नहीं दोनों अस्पतालों में सीसी टीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
यूआईटी ने भवन तो बना दिए हैं। लेकिन उनमें अभीे कुछ काम बाकी है। अस्पताल परिसर की सड़क भी तैयार नहीं हुई है। जैसे ही यूआईटी काम पूरा होने के बाद चिकित्सा विभाग को भवन हैंड ओवर करेगी। उसके बाद दो सप्ताह में विभाग द्वारा व्यवस्थाएं करके दोनों अस्पतालों में आउटडोर शुरू कर दिए जाएंगे।
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