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सीकर। श्रीडूंगरगढ़ के मोमासर गांव में गुरुवार देर रात कैंपर सवार बदमाशों ने 6 ज्वेलरी दुकानों में डकैती कर करीब 50 लाख का माल लेकर फरार हो गए. उनके पीछे लगी पुलिस से रामगढ़ में मुठभेड़ हो गयी. इस दौरान दो गोलियां लगने से अजीतगढ़ के सांवलपुरा शेखावतान निवासी बदमाश सुरेश मीना (37) की मौत हो गई। वहीं, पुलिस से घिरने के बाद बाकी आरोपी कैंपर में लूट का सामान मौके पर ही छोड़कर बीड़ की ओर भाग निकले। जिसकी तीन जिलों की पुलिस शुक्रवार को दिनभर बीड़ में तलाश करती रही। देर रात तीन को हिरासत में ले लिया गया। पुलिस को आशंका है कि भाग रहे बदमाशों में से किसी को गोली लगी होगी।
एसपी करण शर्मा ने बताया कि बीकानेर जिले की श्रीडूंगरगढ़ तहसील के मोमासर में छह आभूषण दुकानों में डकैती के दौरान तिजोरियां तक निकाल ली गईं. कैंपर लेकर भागे बदमाशों की शुक्रवार सुबह चार बजे पीछा कर रही पुलिस से आमने-सामने मुठभेड़ हो गई। इस दौरान पुलिस और बदमाशों के बीच तीन जगहों पर दोनों तरफ से फायरिंग हुई. बाद में रामगढ शेखावाटी बाइपास पर रामगढ पुलिस की नाकाबंदी देख पुलिस ने पीछे ढांढण की ओर भाग रहे बदमाशों की कार को टक्कर मारकर रोक लिया. जिसमें एक बदमाश सुरेश मीना गोली लगने से घायल हो गया और बाकी आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर बीड़ की ओर भाग गए. घायल सुरेश को अस्पताल लाने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। रामगढ़ शेखावाटी के बीड़ में बदमाशों के छिपे होने की सूचना पर बीकानेर, चूरू और सीकर पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया.
जिसमें 20 पुलिस वाहन, 150 पुलिसकर्मी और क्यूआरटी जवानों के साथ आसपास के ग्रामीण भी शामिल थे. पुलिस ने कैंपर व उसमें रखा लूट का सामान व हथियार बरामद कर लिये. मौके पर पहुंचे जयपुर रेंज आईजी उमेशचंद्र दत्ता और बीकानेर आईजी ओम प्रकाश ने रामगढ़ पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और मृतक सुरेश के शव को पोस्टमार्टम के लिए सीकर एसके अस्पताल भेजा. बीकानेर रेंज आईजी ओमप्रकाश ने घटना स्थल सहित अन्य स्थानों का मौका मुआयना किया। रामगढ़ सेठान थानाप्रभारी हेमराज मीना ने बताया कि शाम करीब चार बजे कंट्रोल रूम से फोन आया था. तुरंत जाब्ते के साथ रवाना होकर ढांढण गेट पर पहुंचे और नाकाबंदी कर दी। साढ़े चार बजे बदमाशों की कैंपर सामने से आती दिखी। जिसके पीछे चूरू डीएसटी टीम और रतनगढ़ पुलिस लगी हुई थी. हमारी गाड़ी और नाकाबंदी देखकर बदमाशों ने अपनी गाड़ी वापस मोड़ ली. पुलिस फायरिंग.
लेकिन, सामने डीएसटी टीम आ जाने के कारण वे फायरिंग नहीं कर सके. इसके बाद चूरू डीएसटी टीम और रतनगढ़ पुलिस और आरोपियों के बीच फायरिंग शुरू हो गई. कुछ देर बाद बदमाश कैंपर छोड़कर भाग गए। जिसका हमने अनुसरण किया. इधर, चूरू एसपी राजेश कुमार मीना के अनुसार मोमासर में डकैती के बाद गुरुवार दोपहर 2 बजे रतनगढ़ SHO को फोन आया कि सात-आठ बदमाश डकैती की वारदात को अंजाम देकर भाग गए हैं. सूचना के बाद रतनगढ़ SHO ने CO सुरेश शर्मा को सूचना दी. थाने की दो टीमें बनाकर डीएसटी टीम भी नाकाबंदी कर बदमाशों को पकड़ने में जुटी हुई है। रतनगढ़ संगम चौराहे पर पुलिस की नाकाबंदी देखकर राजलदेसर की ओर से आए बदमाश फतेहपुर रोड की ओर भागने लगे। रतनगढ़ पुलिस की 40 किमी तक पीछा करने और रुक-रुक कर फायरिंग के दौरान बदमाशों ने डीएसटी वाहन को टक्कर मारकर भागने का प्रयास किया। इसके बाद रतनगढ़ पुलिस की ओर से की गई फायरिंग में दो बदमाशों को गोली लग गई. मोमासर में ज्वैलरी की दुकानों में डकैती के दौरान जागरण में भाग लेकर बाइक पर लौट रहे राजेंद्र नाई ने बताया कि चेतराम और हनुमान सुथार मेरे साथ थे। रात करीब साढ़े बारह व एक बजे वह गांव में उदाराम गोदारा के घर हो रहे जागरण में शामिल होकर लौट रहा था। जैसे ही हम ज्वेलरी मार्केट पहुंचे तो देखा कि वहां चार लोग खड़े हैं. उनके हाथों में लाठी-डंडे और बंदूकें थीं.
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