राजस्थान

निगम टीम ने की इलेक्ट्रॉनिक्स कॉम्पलेक्स व जवाहर नगर में हॉस्टलों की जांच

Admin Delhi 1
13 Jun 2023 1:00 PM GMT
निगम टीम ने की इलेक्ट्रॉनिक्स कॉम्पलेक्स व जवाहर नगर में हॉस्टलों की जांच
x

कोटा: नगर निगम कोटा दक्षिण की अग्निशमन अनुभाग टीम ने सोमवार को जवाहर नगर व इलेक्ट्रोनिक्स कॉम्पलेक्स में हॉस्टलों व मैस में आग से सुरक्षा के संसाधनों की जांच की। जांच में अधिकतर जगह पर फायर सिस्टम तो दूर रेत की बाल्टी तक नहीं मिली। इस पर टीम ने 15 हॉस्टलों व एक मैस संचालक को नोटिस जारी किए हैं। नगर निगम कोटा दक्षिण के सीएफओ राकेश व्यास के नेतृत्व में फायर टीम सबसे पहले विज्ञान नगर स्थित इलेक्ट्रोनिक्स कॉम्पलेक्स में निमित हॉस्टलों में पहुंची। एक के बाद एक करीब आधा दर्जन वाहनों में सवार होकर फायर अनुभाग के साथ ही निगम के अतिक्रमण अनुभाग की टीम वर्दी पहनकर जब वहां पहुंची तो उस क्षेत्र में हडकम्प मच गया। टीम ने वहां एक के बाद एक गर्ल्स व बॉयज करीब 14 हॉस्टलों की जांच की। जाच के दौरान अधिकतर हॉस्टलों में तो फायर सिस्टम ही नहीं मिले। सीएफओ राकेश व्यास ने बताया कि इस क्षेत्र में हॉस्टल तो 5 से 8 मंजिल तक के बने हुए हैं। जिनमें कोचिंग विद्यार्थियों की संख्या 100 से 200 के बीच है। लेकिन उनकी हालत यह है कि उनमें से अधिकतर में फायर सिस्टम ही लगे हुए नहीं हैं। जहां लगे हुए हैं तो वहां कार्यशील अवस्था में नहीं मिले। कहीं उपकरणों में जंग लगा हुआ था तो कहीं अवधि पार सिलेंडर मिले। हालत यह थी कि कई हॉस्टलों में तो इतने अधिक बच्चे होने के बावजूद आग लगने की घटना होने पर उसे बुझाने के लिए रेत से भरी एक बाल्टी तक नहीं मिली। टीम में आपदा प्रबंधक के अध्यक्ष योगेन्द्र शर्मा व एफओ अब्दुल मतीन मंसूरी भी रहे। इसके बाद टीम यहां से जवाहर नगर पहुंची। वहां एक हॉस्टल व एक मैस की जांच की गई। वहां भी आग से सुरक्षा के कोई संसाधन नहीं मिले। सुबह 11.30 से दोपहर 3 बजे तक की गई जांच के दौरान सभी हॉस्टलों में कमियां ही कमियां मिली। सीएफओ राकेश व्यास ने बताया कि जांच के दौरान फायर उपकरण नहीं मिलने वाले सभी 15 हॉस्टल व एक मैस संचालक को मौके पर ही नोटिस जारी किए गए। जिन्हें 7 दिन में फायर उपकरण लगवाकर फायर एनओसी के लिए आवेदन करने के निर्देश दिए गए। व्यास ने बताया कि इलेक्ट्रोनिक्स कॉम्पलेक्स समेत अन्य स्थानों पर हॉस्टलों में आग से सुरक्षा उपकरणों की जांच का यह अभियान लगातार जारी रहेगा।

गौरतलब है कि इलेक्ट्रोनिक्स कॉम्पलेक्स व रीको इंडस्ट्रीयल एरिया समेत शहर के अधिकतर स्थानों पर अवैध रूप से हॉस्टल बनने व उनमें से अधिकतर में आग से सुरक्षा के संसाधन नहीं होने का मामला जनता से रिश्ता ने उठाया था। समाचार पत्र में 2 जून को पेज 2 पर ‘इंडस्ट्रीेयल एरिया में खड़ी हो गई आवासीय हॉस्टल की मंडी’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इस मामले को निगम के फायर अनुभाग ने गम्भीरता से लेते हुए इन क्षेत्रों में हॉस्टलों की जांच का अभियान शुरू किया है। वहीं इस मामले में स्थायी लोक अदालत में जनहित याचिका भी पेश की गई थी। जिस पर अदालत ने नोटिस जारी कर जवाब तलब किया था।

Next Story