निगम ने मवेशी व श्वानों को पकड़ने का बनाया वार्डवार कार्यक्रम
कोटा न्यूज़: दृश्य- 1- शहर के व्यस्त रोड नयापुरा में जे.के. लोन अस्पताल के सामने ठेले पर हरा चारा बेचा जा रहा है। वहां उसके आस-पास गायों का जमावड़ा लगा रहता है। जिससे वहां गंदगी होने के साथ ही यातायात भी बाधित हो रहा है और हादसों का भी खतरा बना हुआ है।
दृश्य-2- कोटड़ी चौराहे पर नहर के पास ठेले पर हरा चारा बेचा जा रहा है। वहां आस-पास गायों व सांडों का जमावड़ा लगा रहता है। जिससे उस तरफ से निकलने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हादसों का भी खतरा बना हुआ है।
दृश्य- 3- सीएडी चौराहे पर नगर निगम कार्यालय के पास अम्बेडकर भवन की चार दीवारी के सहारे कतार से कई लोग हरा चारा बेचते हुए देखे जा सकते हैं। जिससे उस जगह पर मवेशियों का झुंड लगा रहता है। यह रोड व्यस्त होने से रास्ता जाम होने के साथ ही हादसों का भी खतरा बना हुआ है।
ये तो उहाहरण मात्र हैं शहर की उस समस्या को बताने के लिए जो दिनों दिन विकराल होती जा रही है। इस तरह के दृश्य पूरे शहर में थोड़ी-थोड़ी दूरी पर देखे जा सकते हैं। जहां कहीं ठेले पर तो कहीं लोडिंग वाहन में महिलाएं व पुरुष हरा चारा लेकर खड़े नजर आ जाएंगे। जिनके आस-पास हरा चारा सड़कों पर बिखरा रहता है। जिससे वहां मवेशियों के झुंड भी देखे जा सकते हैं। शहर को कैटल फ्री बनाने के लिए एक तरफ तो नगर निगम व नगर विकास न्यास द्वारा सड़कों से आवारा मवेशियों को पकड़ने का अभियान चलाया हुआ है। वहीं दूसरी तरफ हरा चारा बेचने वालों ने सड़कों पर डेरा डाला हुआ है। जिससे वहां मवेशियों का झुंड लगने से निगम-यूआईटी की कार्रवाई पर पानी फिर रहा है।
लोगों का कहना है कि सिर्फ मवेशियों को पकड़ने से कार्रवाई पूरी नहीं होगी। जबातक चारे वालों को सड़कों से नहीं हटाया जाएगा। उन्हें किसी एक जगह पर बैठाया जाए। जिससे सड़कों पर इस तरह की अव्यवस्था नहीं हो। नगर विकास न्यास के तहसीलदार व होमगार्ड का जाब्ता पिछले कई दिन से मवेशियों को ही पकड़ने के काम में जुटा है। वहीं नगर निगम भी इस काम को अंजाम दे रहा है। लेकिन अब निगम ने वार्डवार कार्यक्रम बनाया है।
दान-पुण्य करने वाले दे रहे बढ़ावा: शहर में हरा चारा बेचने वालों के ठेले जगह-जगह पर लगने का कारण दान पुण्य करने वाले हैं। अधिकतर लोग रोजाना तो कई लोग विशेष पर्व व आयोजन के मौके पर पशुओं को हरा चारा डालते हैं। जिससे जगह-जगह पर हरा चारा बेचने वालों के ठेले लगने लगे हैं। ऐसे में लोगों को उनके घर के नजदीक व राह में चारा मिलने पर वे गौशाला तक जाने का प्रयास ही नहीं कर रहे हैं।
गौशाला में हरे चारे का अभाव: इधर नगर निगम की गौशाला में पिछले काफी समय से हरा चारा ही सप्लाई नहीं हो रहा है। यहां हरे चारे का ठेका भी हो चुका है। जिससे गौशाला में मवेशियों को भूसा ही खाना पड़ रहा है। हालांकि कई लोग गौशाला में ही गायों को हरा चारा डाल जाते हैं। जिससे काम चल रहा है। जबकि सड़क पर रोजाना दिनभर ठेले वालों को हरा चारा बेचते देखा जा सकता है।
निगम का 31 दिसम्बर तक विशेष अभियान: आवारा मवेशियों व श्वानों को पकड़ने के लिए वैसे तो नगर निगम रोजाना कार्रवाई कर रहा है। लेकिन मवेशियों व श्वानों के बढ़ते हमलों को देखते हुए इन्हें पकड़ने के लिए नगर निगम कोटा दक्षिण ने विशेष अभियान बनाया है। नगर निगम कोटा दक्षिण के आयुक्त राजपाल सिंह ने बताया कि मवेशियों व श्वानों को पकड़ने के लिए वार्डवार कार्यक्रम बनाया गया है। इसमें 23 से 31 दिसम्बर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा।
इनका कहना है:
पूर्व में कई बार हरा चारा बेचने वालों के खिलाफ नगर निगम कार्रवाई कर चुका है। उनका चारा जब्त किया जा चुका है। लेकिन उससे उनका नुकसान होता है। गरीब परिवार से होने के कारण मानवता के नाते उनका नुकसान करना सही नहीं लगता। लेकिन उनसे समझाइश की जाएगी कि वे कायन हाउस के पास बैठे। जिससे जिन्हें भी चारा डालना है वे वहां आ जाएंगे। यदि समझाइश के बाद भी ये नहीं मानेंगे तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
- राजीव अग्रवाल, महापौर, नगर निगम कोटा दक्षिण