राजस्थान

बस स्टैंड पर गुमटी रखने का विवाद, दुकानदारों ने कलेक्टर-एसपी से की शिकायत

Shantanu Roy
4 May 2023 11:12 AM GMT
बस स्टैंड पर गुमटी रखने का विवाद, दुकानदारों ने कलेक्टर-एसपी से की शिकायत
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प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ शहर के बस स्टैंड पर गुमटी रखने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। नगर परिषद में कार्यरत कर्मचारी मनीष सिंगोलिया द्वारा सरस दूध डेयरी गुमटी शहर के बस स्टैंड पर रखने को लेकर टैंपो यूनियन, आमजन का नगर परिषद के कर्मचारी के खिलाफ जमकर आक्रोश फूटता हुआ नजर आ रहा है, यह विवाद करीब 2 दिन से चल रहा है। सोमवार को टैंपो यूनियन ने ज्ञापन दिया और अब आज दोपहर में छोटे-मोटे दुकानदार सहित जनप्रतिनिधि ज्ञापन देने पहुंचे। बस स्टैंड पर मौजूद सैकड़ों दुकानदारों ने के सदस्य राजकुमार(60) पुत्र हंसराज गांधी निवासी प्रतापगढ़ कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन देकर कहा कि आवंटित गुमटी संचालक नगर परिषद के कर्मचारी है, हमारी बिना जानकारी के दुकानों के निकट चद्दर को गैस कटर से काट दिया। जिससे हम दुकानदारों को आर्थिक रूप से नुकसान हुआ है। नीचे बैठने वाले गरीब जूता पॉलिश करने वाले व्यक्ति को उठाकर नगर परिषद के कर्मचारी डराने धमकाने लगे पूर्व में नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा टैंपो स्टैंड के समीप गुमटी को रखा गया था। वहां सोमवार को विवाद होने के बाद वहां से हटाकर नगर परिषद के कर्मचारी दबाव एवं प्रभाव में आज दोपहर को आकर हमारी दुकानों के निकट गुमटी रख दी है।
सभी दुकानदारों ने इस गुमटी को हटाकर नुकसान का हर्जाना दिलाने की मांग की। इस दौरान एडीएम दुर्गा शंकर मीणा ने सभी को आश्वस्त किया उनके द्वारा दिए गए ज्ञापन पर निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाएगी। प्रतापगढ़ डेयरी सुपरवाइजर प्रहलाद कुमार ने बताया कि शहर में लॉटरी के माध्यम से गुमटियों का आवंटन हो रहा है। नगर परिषद के कर्मचारी ने भी आवेदन किया था। जिनको अलॉट हुई है, यदि नगर परिषद के आयुक्त और कलेक्टर कोई आदेश देते हैं तो हम इसे यहां से हटाकर किसी अन्यत्र जगह रखेंगे। बस स्टैंड परिसर में जगह नहीं होने के चलते यहां पर 3 बस स्टैंड संचालित होते हैं। जिसमें से 2 अस्थाई है। इस बस स्टैंड पर रोडवेज, निजी, स्लीपर कोच की बसें संचालित होती है। कई घंटों तक राहगीर यहां पर जाम में फंसे हुए रहते हैं। दूसरी ओर टैंपो यूनियन के द्वारा यहां पर टैंपो स्टैंड भी स्थापित किया गया है जहां से 100 से अधिक टेंपो खड़े रहते हैं। जिसके चलते यहां पर आम राहगीर को आने-जाने में भी बड़ी परेशानी होती है और अब दूसरी और दूध केबिन यह गुमटी रखने से आम जन बड़े परेशान होंगे।
शहर के बस स्टैंड पर 2 दिनों से हो रहे सवाल के बारे में जब सरस दूध डेयरी के सुपरवाइजर प्रहलाद कुमार से जानकारी चाही गई तो इनका जवाब भी संदेह के घेरे में नजर आया। भास्कर ने जब 10 दिन पहले नगर परिषद से जानकारी ली थी, तो उसमें 15 आवेदन की बात सामने आई थी जिनको गुमटियां आवंटित करनी थी। अब सुपरवाइजर मात्र 2 आवेदन बताकर इनकी लॉटरी निकाल कर इन्हें निर्धारित स्थान पर गुमटी रखने की जानकारी दे रहे हैं। जब इन्हें भास्कर ने यह नगर परिषद ने हमें ज्यादा बताइए उसके बाद इनका जवाब बदलते हुए उन्होंने कहा किआवेदन तो 14 आए थे, मैं सारा रिकॉर्ड साथ लेकर नहीं चलता हूं, जो मुझे लगा वह मैंने बता दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ लोकेशन दूध डेयरी के सुपरवाइजर की मिलीभगत से नगर परिषद के कर्मचारी को आवंटित की गई है। इसमें शहर के और भी कई आमजन ने आवेदन किया था, लेकिन उन्हें ऐसी जगह नहीं मिली जहां उन्हें चाहिए थी और नगर परिषद के कर्मचारी को जिस जगह लेनी थी उसे उसी जगह पर गुमटी आवंटित की गई है।
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