राजस्थान
राजस्थान रोडवेज की बसों की हालत चिंताजनक, कभी बीच रास्ते में खराब,तो कभी ब्रेक फेल
Ritisha Jaiswal
12 Jun 2022 11:51 AM GMT
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राजस्थान रोडवेज (Rajasthan Roadways) की बसों की हालत चिंताजनक है. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों का आए दिन बीच रास्ते में खराब हो जाना और ब्रेक फेल होने जैसी घटनाएं अब आम हो चुकी है.
राजस्थान रोडवेज (Rajasthan Roadways) की बसों की हालत चिंताजनक है. राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों का आए दिन बीच रास्ते में खराब हो जाना और ब्रेक फेल होने जैसी घटनाएं अब आम हो चुकी है. बात अब साधारण श्रेणी की बसों से निकलकर लग्जरी बसों (Luxury buses) तक चली गई है. उनकी हालत भी खस्ता है. चितौड़गढ़ में हाल ही में रोडवेज की एक लग्जरी बस के ब्रेक फेल हो गए थे. इससे दर्जनों यात्रियों की जान सांसत में आ गई थी. हालात ये हो गये हैं कि रोडवेज की बसें सड़कों पर चल तो रही हैं लेकिन वह मंजिल पर पहुंचेंगी या नहीं ये बस का ड्राईवर भी नहीं जानता.
राजस्थान रोडवेज में वर्तमान में समय में 3000 बसों का बेड़ा है. इस बेड़े में से 300 बसें ऐसी है जो पूरी तरह से कबाड़ में तब्दील हो चुकी है. अब बची 2700 बसों में से हर महीने 40 से 50 बसें वर्कशॉप में मेंटेनेंस के लिये चली जाती है. राजस्थान रोडवेज यूनियन के संयोजक एमएल यादव ने बताया कि बची हुई बसों की हालत इतनी खराब है कि 2023 तक आते आते 1600 बसें बिल्कुल खराब हो चुकी होंगी. इन 3000 बसों में राजस्थान रोडवेज के पास कुल 52 के करीब लग्जरी बसें हैं. उनकी हालत भी बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती. हाल ही में चितौड़ में लग्जरी बस के ब्रेक फेल हो गये थे. उसमें यात्रियों का जान जाते जाते बची है.
दूसरी तरफ रोडवेज के राजधानी जयपुर स्थित सिंधी कैंप बस स्टैंड के मैनेजर भानुप्रताप कहते हैं कि इक्का दुक्का घटनाओं को छोड़कर राजस्थान रोडवेज की हालत ठीक है. समय समय पर बसों के रख रखाव का पूरा ख्याल रखा जाता है. लेकिन जब नजरें वर्कशॉप की तरफ जाती है तो सच्चाई खुद सामने आ जाती है जहां बसें जर्जर हाल में खड़ी हैं. रोडवेज के वर्तमान हालात को देखते हुए साफ लगता है कि बेड़े में बदलाव की सख्त जरूरत है और तत्काल नई बसों के खरीद की आवश्यकता है.
रोडवेज की इस हालत के लिए आर्थिक तंगी जिम्मेदार है
रोडवेज यूनियन का कहना है कि रोडवेज की इस हालत के लिए आर्थिक तंगी जिम्मेदार है. बजट की कमी की वजह से मेंटेनेंस पूरी तरह से नहीं हो पाता है. मेंटेनेस स्टाफ की कमी के चलते ये बसें वर्कशॉप में धूल फांकती हैं. बहरहाल राजस्थान रोडवेज में बसों के बेड़े में आमूलचूल परिवर्तन की जरूरत है तभी जाकर बसों की हालत में सुधार मुमकिन है.
Ritisha Jaiswal
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