राजस्थान

बाड़मेर नगर परिषद में फर्जी पट्टा प्रकरण मामले में रिश्वत लेते आयुक्त गिरफ्तार

Admin4
25 Nov 2022 4:57 PM GMT
बाड़मेर नगर परिषद में फर्जी पट्टा प्रकरण मामले में रिश्वत लेते आयुक्त गिरफ्तार
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बाड़मेर। राजस्थान की बड़ी खबर बाड़मेर जिले से सामने आई है। बाड़मेर जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। यहां पर धोरीमन्ना थाना क्षेत्र में बदमाशों ने एक दलित मूक-बधिर युवती के साथ गैंगरेप किया है। बोलेरो गाड़ी में आए बदमाशों ने उसे सुनसान जगह ले जाकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया है। घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने पूरे क्षेत्र में नाकेबंदी करवा कर चार अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन कर अज्ञात बदमाशों की तलाश शुरू की है। वहीं परिजनों ने पीड़ित युवती को खून से लथपथ अवस्था में धोरीमन्ना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया है, जहां पर इलाज चल रहा है।
इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव देर रात धोरीमन्ना पहुंचे, जहां उन्होंने घटनास्थल का मौका मुआयना कर अस्पताल में भर्ती पीड़िता से मुलाकात की और चिकित्सकों से उसके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली है। युवती के पिता ने धोरीमन्ना थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि उसकी मूक बधिर पुत्री एमआरटी रोड के पास में शाम को अपने खेत में ही बकरियां चरा रही थी। इस दौरान बोलेरो गाड़ी में सवार होकर आए बदमाश युवती का मुंह दबा कर पास में वन विभाग के एरिया में लेकर गये, वहां उसके साथ बदमाशों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया और जगह-जगह से नोंच डाला, जिसके बाद वह बेहोश हो गई। उसके बाद आरोपी बोलेरो में सवार होकर फरार हो गये।
युवती के घर नहीं पहुंचने पर परिजन युवती को ढूंढने लगे तो युवती वन विभाग के एरिया में लहूलुहान और बेहोशी की हालत में मिली, जिसके बाद परिजनों ने उसे धोरीमन्ना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए बाड़मेर पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव की देर रात धोरीमन्ना थाने पहुंचे, जहां पर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और पीड़ित युवती के परिजनों से मुलाकात का आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
बाड़मेर न्यूज़ डेस्क, बाड़मेर के बहुचर्चित फर्जी पट्टा मामले में आरोपित बालोतरा नगर परिषद आयुक्त जोधाराम विश्नोई को इस बार एक लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है. जबकि 2015 में बाड़मेर के खसरा नंबर 1468 के फर्जी पट्टा मामले में आरोपी होने के साथ ही निलंबित भी कर दिया गया था. उनके खिलाफ विभागीय जांच भी हुई और फिर 2016 में उन्हें दोबारा पदस्थापित कर दिया गया। तब से अलग-अलग शहरों में कमिश्नर हैं। बालोतरा में दूसरी बार उन्होंने नगर परिषद बालोतरा के आयुक्त का पदभार संभाला. इसके बाद महज दो महीने में जोधाराम विश्नोई को भ्रष्टाचार के एक मामले में एक लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है. पूर्व में भी बाड़मेर व किशनगढ़ में दो बार विभागीय जांच के चलते फर्जी पट्टे निलम्बित हो चुके हैं. गुरुवार को जोधपुर एसीबी की टीम ने शिकायत की पुष्टि कराई, जिसके बाद एसीबी की टीम ने छापेमारी की. आयुक्त आवास में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी फरसाराम रिश्वत की रकम लेकर फरार हो गया। पुलिस की मदद से आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन देर शाम तक वह पकड़ा नहीं जा सका. साथ ही टीम ने रंग धुलाई की कार्रवाई कर कमिश्नर व उनके दलाल को हिरासत में ले लिया. शिकायतकर्ता अपने प्लॉट का व्यवसायिक पट्टा बनवाने के लिए पिछले एक माह से नगर परिषद के चक्कर लगा रहा था, लेकिन पैसे की मांग के चलते उसका काम अटक गया.
इस पर एसीबी ने कमिश्नर जोधाराम विश्नोई और उनके दलाल प्रकाश विश्नोई के खिलाफ शिकायत लेकर टीम से सत्यापन कराया. गुरुवार की दोपहर करीब 1.15 बजे नगर परिषद के पीछे सरकारी आवास पर शिकायतकर्ता ने कमिश्नर जोधाराम विश्नोई से एक लाख रुपये देकर फाइल पर साइन करवा लिया. इसी बीच आयुक्त को जैसे ही एसीबी की छापेमारी की खबर लगी तो उन्होंने क्वार्टर में रहने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी फरसाराम को रिश्वत के पैसे देकर भगा दिया. इस संबंध में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नए बस स्टैंड से गुजरते समय रिश्वत की राशि लेकर भाग गया, जिसका परिवादी ने पीछा किया, लेकिन पकड़ा नहीं जा सका. एसीबी की टीम कमिश्नर जेधाराम विश्नोई और उनके रिश्तेदार युवक प्रकाश विश्नोई को करीब दो घंटे बाद बालोतरा थाने ले आई। जहां उससे पूछताछ की गई तो पुलिस की अलग-अलग टीमें भेजकर रिश्वत की राशि लेकर फरार चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी फरसाराम को पकड़ने का प्रयास किया गया.
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