
दौसा कलेक्टर कमर चौधरी ने मंगलवार को नगर परिषद क्षेत्र का दौरा कर इंदिरा रसोइया एवं शहरी रोजगार गारंटी योजना का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने जिला अस्पताल में संचालित इंदिरा रसोई में मिली गड़बड़ी को लेकर संचालक पर तंज कसते हुए शहरी योजना में कम लोगों को रोजगार दिए जाने पर नाराजगी जताई. कलेक्टर कमर चौधरी ने सेंथल रोड के पास दुर्गा मंदिर, जिला अस्पताल और बस डिपो के पास संचालित इंदिरा रसोइयों का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. कलेक्टर ने जिला अस्पताल में इंदिरा रसोई में परोसे जाने वाले भोजन पर असंतोष जताया और नगर परिषद आयुक्त को व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान नगर परिषद आयुक्त विश्वामित्र मीणा, एक्सईएन खेमराज मीणा, एईएन के.सी. मीना, रघुवीर प्रसाद शर्मा उनके साथ थे। निरीक्षण के दौरान जिला अस्पताल में संचालित इंदिरा रसोई में लंबे समय से लगातार एक ही प्रकार की सब्जी बनाई जा रही थी.
रोटियां भी सही नहीं मिलीं। सब्जियों की गुणवत्ता भी ठीक नहीं थी। कलेक्टर ने संचालक को फटकार लगाते हुए भोजन की गुणवत्ता सुधारने तथा प्रतिदिन भोजन की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि एक माह के भीतर सुधार नहीं किया गया तो संस्था को काली सूची में डालने की कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत सूरी, मोडा पट्टी और गुप्तेश्वर रोड पर किए जा रहे कार्यों में कम लोगों को रोजगार मिलने पर नाराजगी जताई. कलेक्टर ने अधिकारियों को अधिक से अधिक संख्या में जॉब कार्ड बनाकर लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर ने श्रमिकों व मजदूरों को प्रतिदिन मिल रहे मानदेय की जानकारी ली.
न्यूज़ क्रेडिट: aapkarajasthan