राजस्थान

सर्द हवाओं ने कराया नश्तर अहसास कोहरे ने थामी वाहनों की रफ्तार

Admin Delhi 1
5 Jan 2023 1:25 PM GMT
सर्द हवाओं ने कराया नश्तर अहसास कोहरे ने थामी वाहनों की रफ्तार
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लालसोट: लालसोट विधानसभा क्षेत्र में सर्दी का असर बढ़ रहा है। सुबह घना कोहरा छाया रहा। इसके चलते सड़क मार्ग सहित हाइ-वे पर वाहनों की गति धीमी रही। शीतलहर ने भी कंपकंपाया। बुधवार को को न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 3 जनवरी को पिछले दस सालों में सबसे कम रहा। वहीं इस बार यह अब तक सबसे कम तापमान है। हालांकि, सर्दी बढ़ने से गेहूं, जौ व चने की फ सल में फ ायदा होगा, लेकिन लगातार गिर रहे तापमान से अब पाले की आशंका भी बढ़ गई है। इससे असिंचित क्षेत्र में सरसों व सब्जी की फ सलों में पाले से नुकसान हो सकता है। सुबह करीब 11 बजे तक कोहरा छाया रहा। घने कोहरे के चलते दौसा-लालसोट कौथनू नेशनल हाइवे, सवाई माधोपुर मेगा हाईवे, गंगापुर करौली सड़क माग पर वाहन हैडलाइट जलाकर निकले। सुबह 11 बजे बाद धूप निकली। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने 3 दिन के लिए तेज कड़ाके की सर्दी की चेतावनी जारी कर रखी है। शीतलहर का दौर 3 से लेकर 4 दिन जारी रहने की संभावना है। वहीं 5 जनवरी तक पाला पड़ने की आशंका है। पाले से सरसों की फ सल, टमाटर, मिर्च, मटर, टिंडा की फ सल में नुकसान हो सकता है। दो दिन की कड़ाके की ठंड और कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित किया है।

कोहरे से विजिबिलिटी कम होने से सड़क पर गाड़ियों के पहियों को ठंड ने जकड़ लिया है। इसके चलते लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी शीतलहर का प्रकोप जारी रहा। जिसके चलते लालसोट कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्र में लोग जगह.जगह अलाव जलाकर सर्दी से बचाव करते नजर आए। मौसम विभाग की माने तो यह स्थिति आगामी 2 से लेकर 3 दिन और रह सकती है।

कृषि विभाग ने किसानों के लिए की गाइड लाइन जारी: जनवरी माह की शुरूआत से ही कड़ाके की ठंड का दौर जारी है,वही रात्रि का तापमान में आई भारी कमी के चलते फसलों पर ओस की बूंदे जमने के साथ अब पेड़ों से पानी टपकने लगा है। आवारा गोवंश सहित पशु-पक्षियों का ठंड में जीना दूभर होने लगा है। शीत लहर के साथ कोहरे की दस्तक दोपहर 11 बजे तक रही। जिसके चलते सडकों पर वाहन चालक लाइटें जलाकर रेंगते रहें, लोगों ने बिस्तर भी देरी से छोड़े एवं उठनके बाद लोग अलाव के सहारे चिपके रहे। लोगों की दैनिक क्रियाएं बाधित रही, लोग आवश्यक कामकाज को लेकर ही घर से बहार निकले। पेड़ों से पानी टपकने से पेडों पर बसेरा करने वाले पक्षी परेशान रहे और दोपहर तक भोजन तक के लिए नहीं निकल सके। दूसरी ओर पाला पडने की आशंका के चलते किसान इस तेज ठंड में फसलों की सिंचाई करने में जुटे हैं। फसलों पर पाला गिरने की संभावनाओ को लेकर बचाव के लिए कृषि विभाग की ओर से गाइड लाइन जारी की है। दौसा कृषि अधिकारी अशोक कुमार ने किसानों को सलाह दी है कि शीतलहर का प्रकोप जारी है, रात्रि का तापमान 4 डिग्री से नीचे जाने से सब्जियों, फलदार बगीचों एव फसलों में पाला पड़ने की संभावना है। दौसा कृषि अधिकारी अशोक कुमार मीना ने बताया कि फसलों को पाले से बचाने के लिए लिए हल्की सिंचाई करें। खेत के उत्तर पश्चिम किनारे पर रात्रि में धुंआ करें, सांद्र गंधक का अम्ल 0.1 प्रतिशत (1 मिलीलीटर 1 लीटर पानी में) अथवा घुलनशील गंधक 0.2 प्रतिशत (2 ग्राम प्रति लीटर पानी में) अथवा थायो यूरिया 500 पीपीएम (0.5 ग्राम प्रति लीटर पानी में) का घोल बनाकर छिड़काव करें, यदि पाले की संभावना लंबे समय तक बनी रहती है तो छिड़काव को 15 दिन के अंतराल से दौहराते रहे।

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