राजस्थान

नेपियर घास से बनेगा कोयला, ग्रोथ सेंटर में लगेगा संयंत्र

Admin Delhi 1
23 Jan 2023 2:01 PM GMT
नेपियर घास से बनेगा कोयला, ग्रोथ सेंटर में लगेगा संयंत्र
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झालरापाटन: झालरापाटन में जैविक ईंधन के क्षेत्र में काम करने वाली महाराष्ट्र की कंपनी एमसीएल की ओर से चंद्रावति ग्रोथ सेंटर में नेपियर घास से कोयला बनाने का संयत्र लगाया जाएगा। जिसमें प्रतिदिन तीस टन कोयले का उत्पादन होगा। ग्रोथ सेंन्टर में करीब पांच हजार वर्गमीटर क्षेत्र में संयंत्र का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। जिसमें नेपियर घास ( हाथी घास ) से कोयले का निर्माण किया जाएगा। प्लांट की शुरूआती उत्पादन क्षमता 30 टन प्रतिदिन होगी। प्लांट में कुशल अकुशल श्रमिकों सहित अन्य पदों पर 49 युवाओं को रोजगार मिलेगा। संयंत्र में 100 टन नेपियर घास कच्चे माल के रूपए में प्रतिदिन किसानों के खेतों से लाई जाएगी। इसके उत्पादन के लिए किसानों को कंपनी द्वारा उन्नत किस्म सुपर नेपियर का बीज मुहैया कराया जाएगा और उत्पादित नेपियर एक हजार रूपए प्रतिटन की दर से खरीदी जाएगी। जिससे प्रतिबीघा किसानों को एक वर्ष में करीब 80 हजार से एक लाख रूपए का लाभ होगा।

क्या है नेपियर

नेपियर घास चारे की ऐसी फसल है, जिसे किसान एक बार खेत में लगाने के बाद लगातार 5 वर्ष तक फसल देती है। एक बार कटाई के बाद इसकी ऊंचाई तीन माह में 12 से 15 फीट हो जाती है और प्रतिबीघा करीब 20 टन चारे की पैदावार एक कटाई में देती है। इसकी कटाई साल में 4 बार की जाती है। यह सर्वश्रेष्ठ पशु आहार भी हैै।

जमीन होगी जैविक

नैपियर घास उगाने के बाद पांच साल तक खेत को बार बार जोतने या निराई गुडाई की जरूरत नहीं होती। साथ ही रसायनिक खाद और कीटनाश की भी आवश्यकता नहीं होती। जिससे पांच साल तक खेतों में रासायनिक खाद और कीटनाशक का प्रयोग नहीं होने पर वह भूमि पूर्ण रूप से विषैले रसायनिक तत्वों से मुक्त हो जाएगी और बिना कोई नुकसान उठाए, किसान जैविक खेती कर सकेंगे।

गिरधरपुरा में सेमिनार

एमसीएल की ओर से शनिवार रात को झालरापाटन तहसील के गिरधरपुरा गांव में किसान सेमिनार आयोजित की गई। जिसमें किसानों को एमसीएल द्वारा लगाए जा रहे कोयला प्रोजेक्ट की जानकारी दी। इस अवसर पर एमपीओ रामस्वरूप ने परंपरागत खेती और उस पर रसायन खादों के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दी। साथ ही एमकॉल प्रोजेक्ट लगने से झालरापाटन तहसील के गांवों में होने वाले आर्थिक बदलाव और नए रोजगार सृजन की जानकारी दी। सेमिनार के होस्ट एमसीएल परिवार से प्ऱद्युम्न शर्मा रहे। ग्राम पंचायत सरपंच मोहन लाल मीणा ने सबका धन्यवाद ज्ञापित किया और सभी किसानों को सहयोग करने का भरोसा दिलाया।

इनका कहना है...

प्लांट की शुरूआती उत्पादन क्षमता 30 टन प्रतिदिन होगी। प्लांट में कुशल अकुशल श्रमिकों सहित अन्य पदों पर 49 युवाओं को रोजगार मिलेगा।

-कृष्ण मुरारी, बीडीए एमसीएल सीनियर

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