राजस्थान

कोचिंग छात्र आत्महत्या मामला, जानिए

Admin4
28 Nov 2022 3:10 PM GMT
कोचिंग छात्र आत्महत्या मामला, जानिए
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कोटा। उत्तराखंड के टिहरी निवासी मदन सिंह ने अपने इकलौते पुत्र सिद्धार्थ को आईआईटी की तैयारी करवाने के लिए कोटा स्ेिथत एलन कोचिंग में भेजा था लेकिन उन्हें क्या पता था कि वे पांच महीने में ही अपने जिगर के टुकड़े को इंजीनियर बनाने की जगह उसके शव को लेकर यहां से जाएंगे। पिता मदन सिंह की यह पीड़ा रविवार को उस समय उनके बिलखते समय साफ झलक रही थी जब वे एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर अपने बेटे का शव लेने का इंतजार कर रहे थे। मदन सिंह ने बताया कि उनके पुत्र ने ही कोटा में रहकर आईआईटी की तैयारी करने की इच्छा जाहिर की थी। उसकी इस इच्छा को पूरा करने के लिए ही वे पांच महीने पहले उसे कोटा छोड़कर गए थे। सिंह ने बताया कि वे अपने बेटे को रोजाना सुबह जगाने के लिए फोन करते थे। 23 नवम्बर की शाम को उससे वीडियो कॉल पर बात हुई थी। उस समय उससे पूछा था कि बेटा कोई टेंशन तो नहीं है। उस समय उसने कहा था कि आई एम ओके. नो टेंशन..। लेकिन अगले दिन सुबह जब उसे जगाने के लिए फोन किया तो उसने फोन रिसीव नहीं किया। शाम 4 बजे मकान मालिक को फोन किया तो उन्होंने सिद्धार्थ का कमरा खटकाया। वह अंदर से बंद था। उन्होंने खिड़की से झांककर देखा तो सिद्धार्थ फंदे पर लटका हुआ था। मकान मालिक ने उन्हें बेटे के सुसाइड की सूचना दी। उसके बाद वे तुरंत वहां से रवाना हो गए।
सुसाइड नोट में लिखा इसके लिए मैं खुद जिम्मेदार: जवाहर नगर सीआई वासुदेव सिंह ने बताया कि छात्र सिद्धार्थ के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने इतना लिखा है कि वह सुसाइड कर रहा है। इसके लिए वह खुद जिम्मेदार है। कोई और जिम्मेदार नहीं है।
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