राजस्थान

CM की गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना: पशुपालकों को मिलेगा एक लाख तक ब्याज मुक्त ऋण

Tara Tandi
11 Sep 2024 11:30 AM GMT
CM की गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना: पशुपालकों को मिलेगा एक लाख तक ब्याज मुक्त ऋण
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Pratapgarh प्रतापगढ़। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों और पशुपालकों की समृद्धि और कल्याण के लिए कृतसंकल्प है और इसी सोच को साकार करने के लिए राजस्थान सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड ऋण योजना शुरू की गई है।
राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्र में निवासरत गोपालक किसान परिवार को एक लाख रुपये तक का अल्पकालीन ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। यह ऋण एक वर्ष की अवधि के लिए दिया जाएगा। किसान द्वारा ऋण का समय पर चुकाया करने पर किसी प्रकार का ब्याज नहीं देना होगा। गोपालक किसान परिवारों को गाय, भैंस के लिए शेड, खेली निर्माण एवं चारा-बांटा सहित आवश्यक उपकरण खरीदने के लिए पैसों की कमी रहती थी, जिससे वह गोपालन से मिल सकने वाला पूरा लाभ नहीं ले पाता था।
इसी को ध्यान में रखते हुए गोपालक किसान को ब्याज मुक्त ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। ऋण वितरण को पारदर्शी बनाने तथा गोपालक किसान परिवार को ऋण प्राप्त करने में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसलिए आवेदन से लेकर स्वीकृति की प्रक्रिया को ऑनलाइन माध्यम से संपादित किया जाएगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए गोपालक किसान को प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति का सदस्य होना अनिवार्य है।
ई-मित्र और संबंधित ग्राम सेवा सहकारी समिति के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है। जिले के अधिक से अधिक किसानों को इस योजना के तहत ऋण उपलब्ध कराने के लिए दुग्ध संघ एवं केंद्रीय सहकारी बैंकों के संयुक्त तत्वाधान में शिविरों का आयोजन किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा 5 लाख गोपालक किसानों को ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है।
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उपखण्ड स्तरीय जनसुनवाई आज
प्रतापगढ़, 11 सितम्बर। जिले में आमजन की परिवेदनाओं एवं समस्याओं की सुनवाई कर त्वरित समाधान के लिए मुख्य सचिव व जिला कलक्टर के निर्देशानुसार जिले में उपखण्ड स्तर पर जनसुनवाई का आयोजन 12 सितम्बर, गुरुवार को प्रातः 11 से 2 बजे तक उपखण्ड स्तर पर भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्रों पर आयोजित होगी। जनसुनवाई में उपखण्ड स्तरीय अधिकारी, कर्मचारी आदि भाग लेंगे।
लोक सेवाए के सहायक निदेशक राजेश कुमार ने आदेश जारी कर बताया कि उपखण्ड स्तरीय जनसुनवाई में समस्त जिला स्तरीय अधिकारी व अपने अधिनस्थ ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों व कार्मिकों को आवश्यक रूप से उपखण्ड स्तरीय जनसुनवाई में भाग लेने के लिए पाबंद करें एवं जिन विभागों के ब्लॉक स्तरीय अधिकारी विभाग में कार्यरत नहीं है, उन विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी जनसुनवाई में भाग लेना सुनिश्चित करें।
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ग्राम स्तर पर बाल संरक्षण सुनिश्चित करने में सरपंच की अहम भूमिका - डॉ.पंड्या
सामूहिक एवम् सतत् प्रयास से बाल मित्र समाज का सपना होगा साकार - डॉ. पण्ड्या
(पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति, पंचायत समिति धरियावद का प्रशिक्षण सम्पन्न, जनप्रतिनिधियों ने लिया बाल मित्र गाँव बनाने का संकल्प)
प्रतापगढ़, 11 सितम्बर। भारत सरकार द्वारा संचालित समेकित बाल संरक्षण योजना अन्तर्गत पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायत स्तर पर बाल अधिकारो के संरक्षण को सुनिश्चित करने हेतु समिति के गठन को लेकर राज्य सरकार द्वारा कई आदेश जारी किए गए है परन्तु जहाँ जन प्रतिनिधि सक्रिय है, उन्होंने इसे प्राथमिकता से गठन करवाते हुए बाल अधिकारों के संरक्षण हेतु सराहनिय कार्य भी किया है। बच्चों की सुरक्षा ग्राम स्तर तक सुनिश्चित करने की दिशा में सरपंच सहित स्थानीय जन-प्रतिनिधियों की अहम भूमिका होती है, सामूहिक प्रयास से ही हम पूर्ण रूप से बालश्रम, बाल विवाह और बाल हिंसा मुक्त समाज का सपना साकार कर पायेंगे उक्त विचार राजस्थान बाल आयोग, राजस्थान सरकार के पूर्व सदस्य एवं बाल अधिकार विशेषज्ञ डॉ. शैलेन्द्र पंड्या ने ज़िले की पंचायत समिति धरियावद में बाल अधिकारिता विभाग एवं गायत्री सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ब्लॉक स्तरीय बाल संरक्षण समिति के एक दिवसीय अभिनवन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
डॉ. पण्ड्या ने प्रतिभागियों को बाल अधिकार, किशोर न्याय अधिनियम एवं पॉक्सो अधिनियम से अवगत करवाते हुए समिति के कार्यों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर गायत्री सेवा संस्थान के सचिव सुभाष जोशी ने गतिविधि के माध्यम से गाँव में बाल अधिकारो के मुद्दों की पहचान करवाते हुए राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचायत समिति धरियावद विकास अधिकारी एवं ब्लॉक स्तरीय समिति के सचिव सुनील जोशी ने गायत्री सेवा संस्थान का आभार व्यक्त करते हुए अपनी पंचायत को बाल मित्र बनाने हेतु सभी सरपंच एवं जन प्रतिनिधियों से सहयोग देने का आव्हान् किया।
कार्यक्रम में बाल संरक्षण परियोजना के प्रभारी अधिकारी नितिन पालीवाल ने गतिविधि के माध्यम से पंचायत का नजरी नक्शा तैयार किया। गायत्री सेवा संस्थान के प्रतापगढ़ ज़िला प्रभारी रामचन्द्र मेघवाल ने ज़िले में बाल अधिकारो से जुड़े विभिन्न मामलो, चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए बाल संरक्षण समिति के गठन को समझाया। बैठक में पंचायत समिति के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत के सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी, समिति के सदस्य, बाल कल्याण पुलिस अधिकारी सहित गायत्री सेवा संस्थान के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में सभी ने बाल विवाह मुक्त समाज का संकल्प लिया। कार्यक्रम का धन्यवाद पंचायत समिति के अतिरिक्त विकास अधिकारी सुदर्शन जैन ने किया।
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पोषण माह की दी जानकारी
प्रतापगढ़, 11 सितम्बर। कोटड़ी उपस्वास्थ केन्द्र, ग्राम पंचायत कोटड़ी, ब्लॉक अरनोद में बुधवार को पोषण माह और गोद भराई का कार्यक्रम किया गया, जिसमें सीएचओ सुनीता चौधरी, एएनएम ललिता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आशा एवं अन्य सहित 30 लोगों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान सीएचओ ने बताया कि हमारे गांव की सभी गर्भवति महिलाओ को गर्भावस्था के दौरान नियमित भोजन करना चाहिए तथा गर्भ का पता चलते ही जल्द से जल्द आंगनवाड़ी केन्द्र पर पंजीयन कराना चाहिए। साथ ही दिन में तीन बार भोजन करना चाहिए। पूरे महीने चलने वाले इस प्रोग्राम में प्रतिदिन के अलग-अलग गतिविधियां ग्राम स्तर पर कार्यकर्ता पोषण चैंपियन की सहायता से अपने क्षेत्र के सभी लोगों को पोषण के प्रति जागरूक करती है। सभी बच्चो का सही से वजन लंबाई/ऊंचाई लेने और अम्मा कार्यक्रम के अंतर्गत रजिस्टर करके उसका पोषण स्तर जांच हर माह जांच सकते हैं।
सृष्टि सेवा समिति के पोषण चेम्पियन रुबीना बी ने सभी गर्भवती को पोषण युक्त दिन में चार-पांच बार भोजन करें व अपने प्रतिदिन के खाने में हरी सब्जी, दाल, दूध, कोई एक फल अवश्य ले। हर महीने आंगनबाड़ी पर आकर वजन कराए। पूरी गर्भावस्था के दौरान उनका कुल 10 से 12 किलो वजन बढ़ाना चाहिए, यदि गर्भावस्था में अच्छा ध्यान रखेगी तो वह माता स्वस्थ बच्चे को देगी। आयरन, कैल्शियम की गोलियां गर्भवती एवं धात्री को रोजाना लेनी है। उन्होंने संस्थागत प्रसव तथा स्थानिय हरी पत्तेदार सब्जियां और लोहे युक्त आयरन का महत्व भी बताया गया।
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