राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगाने पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। सीएम गहलोत ने ट्वीट कर लिखा- आजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में मोदी सरकार द्वारा खुदरा में मिलने वाले आटा, चावल, दाल, गुड़, गेहूं, बाजरा, ज्वार, दूध, दही, पनीर और छाछ इत्यादि खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगाने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण किया है। आजादी के 75 वर्षों में पहली बार खाद्य पदार्थों पर टैक्स लगाया गया है। सीएम गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार का यह निर्णय गरीबों के मुंह से निवाला छिनने जैसा कदम है। इस निर्णय के विरोध में देशभर में मंडियां बंद की जा रही है। जिससे स्पष्ट होता है कि इस कदम से जनता में कितना आक्रोश है। मोदी सरकार द्वारा इस जनविरोधी कदम को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए।
गहलोत के मंत्री भी हमलावर
सीएम गहलोत से पहले राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने खाद्य पदार्थों पर जीएसटी लगाने पर मोदी सरकार को निशाने पर लिया था। मंत्री खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार ने जीएसटी लगाकर गरीबों का हक मारा है। खाचरियावास ने मोदी सरकार से जीएसटी वापस लेने की मांग की। सीएम गहलोत और उनके मंत्री लगातार पीएम मोदी पर निशाना साध रहे हैं।
राजस्थान में कई जगह व्यापारियों ने विरोध दर्ज कराया
उल्लेखनीय है कि हाल ही में अजमेर जिले में खाद्य सामग्री तेल तिलहन दालें अनाज व अन्य सामग्री पर 5% जीएसटी लगाए जाने का विरोध करते हुए अजमेर के होलसेल व्यापारियों ने बाजार बंद रखकर विरोध जताया था। व्यापारियों ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए 5% लगाई गई जीएसटी को वापस लेने की मांग की है। व्यापारियों का कहना है कि मोदी सरकार का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है।