राजस्थान

राजस्थान में प्री मानसून में जमकर बरसे बादल, चम्बल नदी में पानी की आवक शुरू, झालावाड़ से जल्द दस्तक दे सकता है मानसून

Renuka Sahu
21 Jun 2022 6:29 AM GMT
Clouds rained heavily in Rajasthan in pre monsoon, water started coming in Chambal river, monsoon may knock soon from Jhalawar
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फाइल फोटो 

राजस्थान में प्री मानसून की बारिश (pre-monsoon rain) के साथ ही लोगों को गर्मी से राहत मिली है. मा

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान में प्री मानसून की बारिश (pre-monsoon rain) के साथ ही लोगों को गर्मी से राहत मिली है. मानसून ने पिछले साल के मुकाबले इस बार थोड़ी देरी से दस्तक दी है लेकिन प्री-मानसून के बाद ही पिछले 3 दिनों से बादलों ने बरसकर बारिश का कोटा पूरा कर दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक राजस्थान (rajasthan) में पिछले सालों में 20 जून तक जितनी बारिश होती है उससे 23 फीसदी ज्यादा बारिश अभी तक हो चुकी है. वहीं पश्चिम और दक्षिणी राजस्थान के कई जिलों में तेज बारिश के बाद बांध, झरने और नदियों में पानी की फुंहारें (rajasthan rain) बहने लगी हैं. बता दें कि राजस्थान में अब तक 30.8MM औसत बरसात हो चुकी है जो सामान्य से 23 फीसदी ज्यादा है. प्री-मानसून में पिछले एक हफ्ते सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है.

वहीं मौसम केन्द्र ने अनुमान लगाया है कि इस साल मानसून की अच्छी बारिश प्रदेशभर में हो सकती है. इसके अलावा प्रदेश में इस साल मानसून की एंट्री झालावाड़ से हो सकती है.
चम्बल में आया पानी, बहने लगे झरने
बारिश के बाद चम्बल नदी में पानी की आवक शुरू हो गई जिसके बाद नदी पर बने बांधों का जलस्तर बढ़ गया है. वहीं चित्तौड़गढ़ के राणा प्रताप सागर बांध का जलस्तर 347.91 आरएल मीटर पहुंच गया है. इसके अलावा टोंक के बीसलपुर बांध में करीब 7 सेमी पानी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
वहीं भीलवाड़ा का प्रसिद्ध मेनाल झरना भी बहने लगा है. इधर पाली में काकराड़ी और कोयलवाव नदी में भी बारिश के बाद पानी बहता हुआ दिखाई दिया. वहीं अगर जिलेवार देखें तो बीते दिनों सबसे ज्यादा बारिश दौसा जिले में दर्ज की गई है जहां सामान्य से 181 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है.
जल्द होगी मानसून की एंट्री
प्री मानसून की बारिश के बाद मौसम विभाग का कहना है दक्षिण-पश्चिमी मानसून आगे बढ़ते हुए राजस्थान की सीमा के नजदीक पहुंच चुका है. मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि इस साल 22 जून तक प्रदेश में मानसून की एंट्री हाड़ौती अंचल से हो सकती है. गौरतलब हो कि पिछले साल 2021 में मानसून ने उदयपुर, झालावाड़ के रास्ते 18 जून को प्रदेश में दस्तक दी थी.
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