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अलवर। जिले के भिवाड़ी में एक दिन पहले ननिहाल आए 16 साल के एक छात्र ने आवासीय अपार्टमेंट की 10वीं मंजिल से कूदकर सुसाइड कर ली। 11वीं क्लास में पढ़ने वाला छात्र आईआईटी की तैयारी भी कर रहा था। पढ़ाई के तनाव के चलते बच्चे की हालत को देखकर मां-बाप एक दिन पहले ही उसे नाना-नानी के घर छोड़कर गए थे। जानकारी के अनुसार, हरियाणा के गुड़गांव के सेक्टर 9 में काव्या(16) पुत्र अमित शर्मा अपने माता-पिता के साथ रहता था।
एक दिन पहले ही गुरुवार को काव्या गुड़गांव से अपने राजस्थान के भिवाड़ी में आशियाना सोसाइटी में रहने वाले नाना वीके सिंह के पास आया था। शुक्रवार शाम वह अपने नाना के पास अपार्टमेंट में 4वीं मंजिल पर फ्लैट में पिज्जा खा रहा था। तभी वह अचानक उठा और भागता हुआ अपार्टमेंट की लिफ्ट के पास पहुंच गया। लिफ्ट से सोसाइटी की 10वीं मंजिल पर चला गया और नीचे कूद गया। इतनी ऊपर से कूदने से छात्र की मौके पर ही मौत हो गई।
छात्र के 10वीं मंजिल से नीचे गिरने से जोरदार धमाके की आवाज हुई। जैसे ही वहां के लोगों ने धमाके की आवाज सुनी और देखा तो सोसाइटी में हड़कंप मच गया। लोग बाहर निकले तो पता चला एक बच्चा खून से लथपथ पड़ा है। वहीं नाना वीके सिंह कुछ समझ पाते इससे पहले जमीन पर अपने दोहिते का शव देखकर बेसुध हो गए। इस सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से छात्र काव्या को सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने परिजनों से घटना की जानकारी ली।
परिजनों ने बताया कि काव्या पढ़ाई में होशियार था। उसके 10वीं क्लास में 95फीसदी अंक आए थे। कुछ दिनों से काव्या पढ़ाई की वजह से काफी डिप्रेशन में रहता था। जिसको लेकर उसके माता-पिता ने उसे नाना के घर पर भेज दिया था। चौकी इंचार्ज नरेश कुमार ने बताया कि नाबालिग के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया था। वहीं देर रात बच्चे के माता-पिता भिवाड़ी पहुंचे और बिना पोस्टमॉर्टम कराए ही शव को गुड़गांव ले गए। इस मामले को लेकर किसी ने भी थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई।
बता दें कि राजस्थान में पढ़ाई के तनाव के चलते आए दिन छात्रों की मौत के मामले सामने आ रहे है। बीते सोमवार को कोटा में तीन छात्रों ने पढ़ाई से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। सोमवार को सुसाइड करने वाले तीनों छात्र राजस्थान के सबसे बड़े इंस्टीट्यूट एलन में पढ़ते थे। शुरुआती जांच में सामने आया कि तीनों छात्र पढ़ाई के दबाव की वजह से तनाव में थे। यह भी पता चला है कि ये बच्चे कुछ दिनों से कोचिंग मिस कर रहे थे।
Admin4
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