राजस्थान

Churu: जिला कलेक्टर ने अभियान को लेकर बैठक में सभी अधिकारियों को दिए निर्देश

Tara Tandi
6 Nov 2024 11:27 AM GMT
Churu: जिला कलेक्टर ने अभियान को लेकर बैठक में सभी अधिकारियों को दिए निर्देश
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Churu चूरू मुख्य सचिव सुधांश पंत ने बुधवार को सभी जिला कलक्टर व जिला स्तरीय अधिकारियों को वीसी के जरिए ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान‘ को लेकर मंथन शिविर में निर्देश दिए।
मुख्य सचिव पंत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 02 अक्टूबर को ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान‘ का शुभारंभ किया था। इसी क्रम में भगवान बिरसा मुंडा की 150 की जयंती के अवसर पर 15 नवंबर को ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान‘ अंतर्गत कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को राष्ट्रीय स्तर से कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। योजना का मुख्य उद्देश्य जनजातीय वर्ग के लोगों को सुरक्षित आवास, समुचित कनेक्टिविटी, जनजाति वर्ग के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी, वन संरक्षण आदि को बढ़ावा देना है। उन्होंने सभी जिला कलेक्टर को निर्देश दिए कि कार्यक्रम को लेकर समुचित गतिविधियां सुनिश्चित की जाएं तथा अभियान की शत- प्रतिशत क्रियान्विति हो।
मुख्य सचिव ने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए असीम संभावनाएं हैं। अभियान अंतर्गत इन संभावनाओं पर काम करें तथा सम्पूर्ण प्रादेशिक विकास को गति दें। जनजातीय वर्ग को शिक्षित, स्वस्थ व सुदृढ़ बनाने के लिए अधिकतम प्रयास करें।
इस दौरान जिला मुख्यालय पर डीओआईअी वीसी सभागार से जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा, सीईओ श्वेता कोचर सहित संबंधित अधिकारी वीसी के जरिए जुड़े रहे। जिला कलक्टर सुराणा ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को बैठक में अभियान को लेकर समुचित दिशा- निर्देश दिए।
सुराणा ने कहा कि अभियान अंतर्गत की जाने वाली गतिविधियों के लिए सभी संबंधित अधिकारी समस्त गतिविधियां समयबद्ध ढंग से संपादित करें। कार्यक्रम की गाइडलाइन के अनुसार सभी गतिविधियां पूरी करें। अभियान में जिले के राजगढ़ पंचायत समिति के 19 गांव सम्मिलित किए गए हैं। इन गांवों में 15 नवंबर से 26 नवंबर तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत की जाने वाली सभी गतिविधियों की पूर्व तैयारी करें। इसके लिए अपनी फील्ड मशीनरी को सेंसेंटाइज करें तथा दिशा-निर्देश प्रदान करते हुए कार्यवाही संपादित करें। उन्होंने बताया कि स्टेट व सेंटर लेवल से कार्यक्रम की मॉनीटरिंग की जाएगी।
जिला कलक्टर ने सभी अधिकारियों को गाइडलाइन को लेकर निर्देश देते हुए कहा कि संबंधित अधिकारी अपने विभागीय पैरामीटर देखें और आवश्यकताुनसार गतिविधियां संपादित करें। इसी के साथ 15 नवंबर को आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम के लिए सभी तैयारियां सुनिश्चित करें। विशेष अभियान अंतर्गत आयोजित किए जाने वाले शिविरों को लेकर रूपरेखा तैयार करें। उन्होंने मुख्य आयोजना अधिकारी से कहा कि अभियान को लेकर सभी विभागों से समन्वय करते हुए समुचित डाटाबेस तैयार करें तथा नियमित मॉनीटरिंग करें। इसी के साथ सभी अधिकारी मुख्य आयोजना अधिकारी को समुचित जानकारी उपलब्ध करवाएं।
उन्होंने बताया कि अभियान अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, जल जीवन मिशन-एफएचटीसी अंतर्गत जल सप्लाई, आरडीएसएस में घरों में विद्युतीकरण, न्यू सोलर पावर स्कीम (ऑफ ग्रिड सोलर), एनएचएम में मोबाइल मेडिकल यूनिट, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-एनएचए में आयुष्मान कार्ड, पीएम उज्ज्वला योजना में एलपीजी गैस कनेक्शन, पोषण अभियान अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थापना, समग्र शिक्षा अभियान में छात्रावास निर्माण, नेशनल आयुष मिशन में पोषण वाटिका सहित विभिन्न विभागों के कार्यक्रमों को सम्मिलित किया गया है। उन्होंने बताया कि अभियान अंतर्गत जनजातीय क्षेत्रों में शौचालयों के साथ पक्का मकान, जनजातीय गांवों तक सड़क कनेक्टिविटी, पेयजल एवं पाइप से वाटर कनेक्टिविटी, चिकित्सकीय सुविधाएं व पात्र जनजातीय समुदाय के परिवारों को आयुष्मान कार्ड का वितरण, विद्यालयों रेजिडेंसियल फैसिलिटी, पोषण व प्रसव को स्टे्रन्थन करना, ईएमआरएस विद्यालयों में पोषण वाटिकाएं, एलपीजी कनेक्शन, संचार कनेक्टिविटी व इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करना, बिजली आपूर्ति से वंचितों का चिन्हीकरण व कनेक्टिविटी, जनजातीय युवाओं, एसएचजी व वीडीवीके के लिए कौशल विकास, सस्टेनेबल व नेचुरल फार्मिंग से आजीविका सुदृ़ढ़ीकरण, होम स्टे टूरिज्म, मत्स्य पालन व लिवस्टॉक एक्टिविटी के माध्यम से जनजातीय वर्ग की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों में सुधार, ट्राइबल मल्टीपर्पज मार्केटिंग सेंटरों की स्थापना व संचालन, एफआरए, सीएफआर व हैबिटेट राइट्स के बारे में अवेयरनेस सहित केपीआई निर्धारित किए गए हैं।
सुराणा ने ग्राम पंचायत स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय व जिला स्तरीय जनसुनवाई को लेकर भी समुचित निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने सभी अधिकारियों से कहा कि मूलभूत सुविधाओं की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। आमजन को आवश्यक सेवाओं के संबंध में किसी प्रकार भी अनावश्यक परेशानी ना हो। किसी भी माध्यम से आमजन से शिकायत प्राप्त होने पर त्वरित संज्ञान लेते हुए समुचित निस्तारण किया जाए। इस अवसर पर जिला कलक्टर ने नेशनल वाटर वार्ड के लिए सम्मिलित सभी कैटेगरी के लिए अधिकारियों से जानकारी भिजवाने के निर्देश दिए।
सीईओ श्वेता कोचर ने बताया कि अभियान अंतर्गत जिले के राजगढ़ ब्लॉक की लीलकी ग्राम पंचायत के लीलकी, ढंढाल लेखू ग्राम पंचायत के किशनपुरा, गुलपुरा ग्राम पंचायत के लुटाना सदासुख, लंबोर बड़ी ग्राम पंचायत के लंबोर बड़ी, हरपालू कुबड़ी ग्राम पंचायत के लंबोर छिंपीयान, डोकवा ग्राम पंचायत के डोकवा, सांखू ग्राम पंचायत के सांखू, हरपालू कुशाला ग्राम पंचायत के हरपालू सांवल, गुगलवा ग्राम पंचायत के किरतान, रामपुरा ग्राम पंचायत के रामपुरा, नीमां ग्राम पंचायत के नीमां, नावां ग्राम पंचायत के बास किरतान, जसवंतपुरा ग्राम पंचायत के जणाऊ मीठी, सांखण ताल ग्राम पंचायत के नया बास व सांखण ताल, सुलखनिया छोटा ग्राम पंचायत के सुलखनिया बड़ा, थिरपाली बड़ी ग्राम पंचायत के थिरपाली बड़ी व थिरपाली छोटी, नूहंद ग्राम पंचायत के नूहंद गांव को सम्मिलित किया गया है।
इस दौरान पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ ओमप्रकाश, डीएसओ सुरेन्द्र महला, सीएमएचओ डॉ मनोज शर्मा, डीओआईटी एसीपी नरेश टुहानिया, पीएचईडी प्रोजेक्ट एसई राममूर्ति, एपीआरओ मनीष कुमार, सीपीओ भागचंद खारिया, सीडीपीओ शिवराज सिंह सहित अधिकारी मौजूद रहे।
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