राजस्थान

Churu: जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट का आयोजन

Tara Tandi
9 Oct 2024 1:18 PM GMT
Churu: जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट का आयोजन
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Churu चूरू । जिला कलेक्टर अभिषेक सुराणा ने कहा है कि राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट में जिले के प्रवासी उद्योगपतियों को आमंत्रित किया जाए और निवेश को बढ़ावा दिया जाए। राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में अधिकाधिक उद्योगपतियों एवं औद्योगिक संघों की भागीदारी हो ताकि जिले में निवेश होने से औद्योगिक गति को
संबल मिले।
जिला कलक्टर सुराणा बुधवार को जिला परिषद सभागार में राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट के आयोजन को लेकर आयोजित बैठक में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उद्योग विभाग के अधिकारी व्यापार संघों, संगठन एवं उद्योगपतियों के साथ बैठक कर औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों को इन्वेस्टर मीट के लिए आमंत्रित करें। इसी के साथ शिक्षा, चिकित्सा, सानिवि, पीएचईडी, नगर निकाय सहित सेवा प्रदाता विभागों के अधिकारी भी अपने-अपने क्षेत्र से जुड़े उद्योगपतियों एवं निवेशकों से संपर्क कर राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट में आमंत्रित करें। इसके लिए अधिकारी संभावित इन्वेस्टमेंट को देखें और प्रपोजल तैयार रखें। उन्होंने कहा कि 23 अक्टूबर को जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाला राइजिंग चूरू इन्वेस्टर मीट अच्छे माहौल में संपन्न हो तथा औद्योगिक संघ के प्रतिनिधियों, उद्योगपतियों व निवेशकों को कार्यक्रम की समुचित जानकारी हो। कार्यक्रम के लिए उद्योगपतियों को फैसिलिटेट करें तथा उद्योगपतियों एवं निवेशकों से इन्वेस्टर मीट में उनके विचार सुनें।
सुराणा ने कहा कि जिले से जुड़ाव रखने वाले उद्योगपति जिले के लिए काम करना चाहते हैं। उनके इच्छाओं का सम्मान करते हुए जिले में निवेश को बढ़ावा दें और जिले की प्रगति को आसमान प्रदान करते हुए ऊंचाई दें। उन्होंने कहा कि जिले में वुडन इंडस्ट्री काफी अच्छी स्थिति में है। इसी के साथ हमें अन्य क्षेत्रों पर भी काम करने की आवश्यकता है। जिले में सरदारशहर, सुजानगढ़ एवं चूरू 3 नगर परिषद क्षेत्र एवं 07 नगरनिकाय क्षेत्र हैं। इन क्षेत्रों को नोडल रूप में डेवलप करें तथा क्षेत्र के औद्योगिक विकास को गति प्रदान करने वाली संभावना को देखें।
इस दौरान उन्होंने कहा कि चूरू के औद्योगिक विकास के साथ रोजगार के अवसरों को बढ़ावा दें एवं सभी सेक्टरों को ऑर्गेनाइज करें ताकि जिले को अधिकतम लाभ मिल सके।
इस दौरान उन्होंने उपस्थित उद्योगपतियों से राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टर मीट को लेकर सुझाव जाने, जिस पर उद्योगपति दौलत तंवर ने जिले में प्राकृतिक औषधियों एवं आयुर्वेद के क्षेत्र में अच्छी संभावनाएं बताईं तथा सोलर उर्जा की संभावना को देखते हुए नए प्रोत्साहन पर काम करने का आह्वान किया। उद्योगपति धमेर्ंद्र बुडानिया ने लॉजिस्टिक्स में काम करने का सुझाव दिया।
शांतनु डाबी ने झींगापालन सहित सी-फूड एवं फूड प्रोसेसिंग की संभावनाओं पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जलवायु के मुताबिक एवं वैज्ञानिक तरीके से झींगा पालन में अपार संभावनाएं है। यहां से बड़ी संख्या में झींगा निर्यात किया जाता है।
उद्योग महाप्रबंधक नानुराम गहनोलिया ने बैठक की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि एग्रो एण्ड फूड, वुडन हैण्डिक्राफ्ट, ट्यूरिज्म, मेडिकल एण्ड हेल्थ, वेयरहाउसिंग, उर्जा, शिक्षा एवं रसायन सहित निवेश के विभिन्न क्षैत्रों में अब तक कुल 662 करोड़ रुपए के संभावित निवेश के कुल 67 एमओयू प्रस्ताव कार्यालय स्तर पर तैयार करवाए गए हैं।
औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं का हो सकारात्मक एवं समयबद्ध निस्तारण
जिला कलक्टर सुराणा ने इस दौरान विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र अंतर्गत जिला स्तरीय समिति की बैठक में अधिकारियों का आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं का सकारात्मक एवं समयबद्ध निस्तारण करें। अधिकारी राज्य सरकार के दृष्टिकोण के अनुसार उद्योगपतियों को फैसिलिटेट करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझें तथा औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों को समयबद्ध एवं संवेदनशील ढंग से संपादित करें।
इस दौरान उन्होंने चूरू औद्योगिक क्षेत्र में बिजली कटौती, बंद पड़े बोरिंग को चालू करवाने, नए औद्योगिक क्षेत्र को विकसित करने, औद्योगिक क्षेत्र चूरू के खाली परिसर से अवैध कब्जे हटाने, तारानगर औद्योगिक क्षेत्र में पानी के कनेक्शन करने, सरदारशहर औद्योगिक क्षेत्र के नजदीक हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में अवैध कब्जे हटाने, सरदारशहर औद्योगिक क्षेत्र के विस्तार, रीको कार्यालय स्तर पर औद्योगिक संघों के साथ बैठक आयोजित करने सहित औद्योगित क्षेत्रों की समस्याएं सुनीं और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उद्योग महाप्रबंधक नानुराम गहनोलिया ने बैठक की रूपरेखा प्रस्तुत की।
इस दौरान एडीएम अर्पिता सोनी, चूरू एसडीएम बिजेन्द्र सिंह, डीसीएफ भवानी सिंह, रीको आरएम एसके गुप्ता, डिस्कॉम एसई वीआई परिहार, वाणिज्यिक कर विभाग संयुक्त आयुक्त रामकुमार, मुकेश कुमार, एलडीएम अमर सिंह, पीएचईडी एक्सईएन सुशील कुमार, संजीव कुमार, सांवरमल, शंकरलाल प्रेमानी, अजीत अग्रवाल, अंजनी कुमार जैसनसरिया, बनवारी लाल जांगिड़, ओमप्रकाश शर्मा, के एल स्वामी, विमल सारस्वत, सुशील कुमार बजाज, पंकज कुमार हारित, उद्योग सहायक आयुक्त उजाला, महिला अधिकारिता विभाग उपनिदेशक जयप्रकाश, डॉ निरंजन चिरानिया सहित अन्य उपस्थित रहे।
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