राजस्थान

Churu: अकादमिक लेखन ही विज्ञान में सफलता की कुंजी प्रो मधुसूदन व्यास

Tara Tandi
5 Aug 2024 2:26 PM GMT
Churu: अकादमिक लेखन ही विज्ञान में सफलता की कुंजी प्रो मधुसूदन व्यास
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Churu चूरू । जिला मुख्यालय स्थित लोहिया महाविद्यालय के प्राणी शास्त्र विभाग द्वारा संचालित जूलॉजिकल संगठन के तत्वावधान में सोमवार को व्याख्यान का आयोजन किया गया।
व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में प्राणि शास्त्र विभाग के ही एमएससी 2000 बैच के पूर्व विद्यार्थी और वर्तमान में न्यूजीलैंड के प्रसिद्ध ऑकलैंड विश्वविद्यालय में रेडिएशन बायोलॉजी तथा न्यूक्लियर मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ मधुसूदन व्यास ने कहा कि अकादमिक लेख नही विज्ञान में सफलता की कुंजी है। अकादमिक लेखन से विषय की समझ परिपक्व होती है और प्रयोगात्मक अध्ययन की रूचि जागृत होती है।
उन्होंने लोहिया महाविद्यालय से न्यूजीलैंड तक की अपनी यात्रा के अनुभव साझा किए। उन्होंने श्रोताओं से अपने कैरियर को लेकर स्वयं से क्यूं, कैसे और कब जैसे प्रश्न पूछने की सलाह दी। प्रो व्यास ने उपस्थित श्रोताओं के विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में देश एवं विदेश के विभिन्न देशों में उपलब्ध कैरियर विकल्पों के बारे में भी चर्चा की तथा विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर दिए। जूलॉजिकल एसोसिएशन के प्रभारी प्रो शांतनु डाबी ने विद्यार्थियों से प्रो व्यास का परिचय करवाया।
बॉटनी के प्रभारी प्रो प्रशांत शर्मा ने श्रोताओं को जिज्ञासाओं को जाहिर कर प्रश्न पूछने के लिए प्रेरित किया । प्राचार्य डॉ मंजू शर्मा ने प्रो मधुसूदन का स्वागत कर भविष्य में भी छात्रों का मार्गदर्शन करने का आग्रह किया। जूलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो मधु चौधरी व रसायन विभाग के प्रो सुनील कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम के दौरान रसायन शास्त्र, वनस्पति विज्ञान, भौतिक विज्ञान, गणित और प्राणी शास्त्र एमएससी के विद्यार्थी उपस्थित रहे। संचालन प्रो शांतनु डाबी ने किया
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