कोटा न्यूज़: कोटा में लाखों की संख्या में स्टूडेंट्स पढ़ने के लिए आते है। आईआईटी मेडिकल करने आने वाले यह स्टूडेंट्स शहर में पीजी और हॉस्टल में रहते है। शहर में बडे़ बडे़ हॉस्टल संचालित है जहां हजारों रूपए किराये के रूप में लिए जा रहे हैं। लेकिन यहां इन बच्चों की सुरक्षा के कोई इंतजाम तक नहीं है। हॉस्टल की लापरवाही के चलते स्टूडेंट्स की सुरक्षा पर सवाल के मामले पहले भी सामने आ चुके है।
अब निगम के अग्निशमन विभाग की जांच में फिर लापरवाही सामने आई है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास के नेतृत्व में अग्निशमन विभाग की टीम ने कोटा दक्षिण के इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पलेक्स में कई हॉस्टलों की जांच की। सामने आया कि ज्यादातर हॉस्टल में कोई आग से बचाव के इंतजाम ही नहीं है। राकेश व्यास ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक कॉम्पलेक्स इलाके में सभी हॉस्टल में आग से बचाव के संसाधनों में कमियां मिली है। किसी भी हॉस्टल में पुख्ता बंदोबस्त नही मिले है। यही नही, दस हॉस्टल तो ऐसे हैं जहां आग लग जाए तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। क्योंकि इन हॉस्टलों में आग से बचाव के लिए फायर बकेट तक नही रखी गई। हॉस्टलों में आने जाने का एक ही रास्ता है।