राजस्थान

बच्चों का भविष्य अंधकार में, स्कूलों में 2942 शिक्षकों के पद खाली

Shantanu Roy
3 July 2023 11:49 AM GMT
बच्चों का भविष्य अंधकार में, स्कूलों में 2942 शिक्षकों के पद खाली
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प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ में 1 जुलाई से सत्र 2023 के तहत स्कूलों का संचालन शुरू हो गया है, जहां पर सभी बच्चे स्कूल पहुंचेंगे। जिला मुख्यालय की यदि हकीकत जाने तो गांव तो दूर शहर के स्कूलों में भी शिक्षकों की बड़ी कमी सामने निकल कर आई है। 20 से अधिक स्कूल के भवन जर्जरप्रतापगढ़ जिले में प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक, में करीब 8557 शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं। जिनमें 5615 शिक्षक ही कार्यरत हैं बाकी 2942 पद रिक्त हैं। यदि स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या की बात करें तो इस साल 1,30785 बच्चों का पंजीयन हुआ है। जिनमें छात्रों की संख्या 65474 तो वहीं छात्राओं की संख्या 65307 है। जिले में उच्च प्राथमिक और माध्यमिक मिलाकर करीब 20 से अधिक स्कूल के भवन जर्जर है, वही सुहागपुरा ब्लॉक क्षेत्र के 2013 से प्राथमिक स्कूल का भवन नहीं होने से खुले में शिक्षक पढ़ाने पर मजबूर है।
20 से अधिक स्कूल के भवन जर्जर है प्रधानाध्यापक अर्चना शर्मा ने बताया कि कई बार सरकार के कार्यक्रमों में भवन को लेकर ज्ञापन भी दिया गया लेकिन आज तक सुनवाई नहीं हुई। बच्चे शिक्षा से दूर नहीं रहे और बारिश में बच्चों को परेशान नहीं हो इसको लेकर एक किसान ने पीएम आवास में बने अपने मकान को अस्थाई स्कूल के लिए बच्चों को बैठने के लिए दे दिया है। शिक्षा विभाग के समीप स्कूल में ना ही शिक्षक ना स्कूल के कमरे खाली शहर के कृषि मंडी पीछे स्थित हाउसिंग बोर्ड रोड के समीप समग्र शिक्षा अभियान कार्यालय के समीप स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल नंबर 3 में 2 शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं। जिनमें से एक ही शिक्षक वर्तमान में कार्य कर रहा है। शिक्षकों के टोटे के साथ-साथ ने स्कूल के अंदर कक्षों का भी टोटा देखने को मिला। स्कूल के बड़े हॉल में पास स्थित शिक्षा विभाग कार्यालय का सामान भरा हुआ था। जहां ताला लगा हुआ है और स्कूल का एक कमरा साफ सुथरा मिला है। जिसकी मरम्मत का कार्य अभी भी जारी है।
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