राजस्थान

मुख्यमंत्री का बांसवाड़ा दौरा- आदिवासी अंचल के सामाजिक-आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका

Tara Tandi
12 Jun 2023 11:19 AM GMT
मुख्यमंत्री का बांसवाड़ा दौरा- आदिवासी अंचल के सामाजिक-आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका
x
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने सोमवार को बांसवाड़ा के लंकाई (बागीदौरा) में अपर हाई लेवल केनाल परियोजना के अंतर्गत अनास नदी पर साइफन निर्माण और मगरदा में 2500 करोड़ रुपए की अपर हाई लेवल केनाल परियोजना का शिलान्यास किया। इस परियोजना से जिले की 6 तहसीलों के 338 गांवों में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा।
श्री गहलोत ने बांसवाड़ा जिले की ग्राम पंचायत छोटी सरवा को पंचायत समिति में क्रमोन्नत करने की घोषणा भी की। उन्होंने समारोह में कहा कि केनाल परियोजना आदिवासी अंचल की महत्वाकांक्षी परियोजना है। इससे सिंचाई जल सुनिश्चितता के चलते क्षेत्र में सतत् रूप से विकास संभव हो सकेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यह परियोजना अंचल के सामाजिक-आर्थिक उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी क्षेत्रों में सिंचाई की सुविधाएं बढ़ें, इसके लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। आदिवासी बाहुल्य जिलों के विकास में राज्य सरकार ने कोई कमी नहीं रखी है। जनजाति विकास कोष की राशि 100 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 500 करोड़ रुपए की गई है। इससे क्षेत्र में पानी, सड़क, स्वास्थ्य सहित अन्य विकास कार्य कराए जा रहे हैं। बेणेश्वर धाम के विकास के लिए 100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
पशुपालकों को 16 जून को मिलेगी सहायता राशि
श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं से पशुपालकों को राहत पहुंचाने का कार्य कर रही है। लम्पी रोग से दुधारू गायों की मृत्यु होने पर पशुपालकों को 40 हजार रुपए की सहायता राशि 16 जून को वितरित की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना में अब दो दुधारू गाय और भैंस का भी 40 हजार रुपए प्रति पशु निःशुल्क बीमा किया जा रहा है।
बचत बढ़ी, राहत मिली
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं से आमजन को राहत दे रही है। इससे उनकी बचत बढ़ेगी। मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना में 30 हजार विद्यार्थियों को निःशुल्क कोचिंग सुविधा, महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में निःशुल्क अध्ययन, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 25 लाख रुपए तक का निःशुल्क उपचार, घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 100 यूनिट फ्री बिजली, कृषि उपभोक्ताओं को प्रतिमाह 2000 यूनिट फ्री बिजली दी जा रही है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर भेजें। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
महात्मा गांधी नरेगा से मिला आर्थिक सम्बल
श्री गहलोत ने कहा कि पूर्ववर्ती केन्द्र सरकार ने सूचना, खाद्य, शिक्षा और रोजगार का अधिकार दिया। बांसवाड़ा जिले में नरेगा के जरिए लोगों में आर्थिक सम्पन्नता बढ़ी। अब राज्य सरकार द्वारा महात्मा गांधी नरेगा योजना में 25 दिन अतिरिक्त रोजगार का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी के लिए स्वास्थ्य का अधिकार लागू किया है। साथ ही सामाजिक सुरक्षा के तहत न्यूनतम 1000 रुपए पेंशन दी जा रही है। केंद्र सरकार को भी इन्हें पूरे देश में लागू करना चाहिए।
500 रुपए में सिलेंडर से मिली राहत
मुख्यमंत्री ने मगरदा में महंगाई राहत कैम्प का अवलोकन कर गारंटी कार्ड सौंपे। इसमें लाभार्थी महिलाओं ने कहा कि 10 योजनाओं से मिलने वाले लाभों से राहत मिलेगी। श्री गहलोत ने यहां लाभार्थियों को ट्राइसाइकिल, स्कूटी और व्हीलचेयर भी वितरित की। उन्होंने प्रशासन गांवों के संग अभियान का भी निरीक्षण करते हुए योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत की। राजीविका के स्टॉल्स का अवलोकन कर स्वयं सहायता समूहों के कार्यों तथा उनके उत्पादों की सराहना की।
42000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी सुनिश्चित
श्री गहलोत ने कहा कि परियोजना से जिले की 6 तहसीलों बांसवाड़ा, बागीदौरा, गांगड़ तलाई, आनंदपुरी, कुशलगढ़ और सज्जनगढ़ को जोड़ा गया है। इससे 338 गांवों के 42 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। यहां माही परियोजना के बांध से 105 कि.मी. लम्बी मुख्य नहर का निर्माण होगा। मुख्य नहर से वितरिका और माइनर निकालकर डिग्गी निर्माण कर फव्वारा पद्धति द्वारा सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसका कार्य नवंबर, 2026 तक पूर्ण किया जाना है। इसमें 210 डिग्गियां और 4 कि.मी लम्बी टनल भी बनेगी।
इस परियोजना में अनास नदी पर एक साइफन बनाया जा रहा है। यह गांगड़ तहसील के लंकाई गांव में स्थित है। यह साइफन परियोजना की एक महत्वपूर्ण संरचना है। इसमंे मुख्य नहर को अनास नदी के नीचे से प्रेशराइज पाइपलाइन द्वारा निकालना प्रस्तावित है।
समारोह में जल संसाधन एवं इंदिरा गांधी नहर परियोजना मंत्री श्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय, जनजाति क्षेत्रीय विकास, जलदाय एवं भूजल राज्यमंत्री श्री अर्जुन सिंह बामनिया, कुशलगढ़ विधायक श्रीमती रमिला खडिया, बांसवाड़ा जिला प्रमुख श्रीमती रेशम मालवीय, पूर्व विधायक नाना लाल निनामा, पूर्व विधायक कांता भील सहित अन्य जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी एवं आमजन उपस्थित रहे।

Next Story