राजस्थान

मौसम में बदलाव जारी, फतेहपुर में 8 डिग्री गिरा पारा, चूरू में भी बढ़ी ठंड, चेतावनी- सर्दी फिर पकड़ेगी जोर

Admin4
1 Jan 2023 4:26 PM GMT
मौसम में बदलाव जारी, फतेहपुर में 8 डिग्री गिरा पारा, चूरू में भी बढ़ी ठंड, चेतावनी- सर्दी फिर पकड़ेगी जोर
x
जयपुर। उत्तरी हवाओं के दबाव के चलते प्रदेश के मौसम में लगातार बदलाव जारी है। पिछले 24 घंटे में राजस्थान के न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। प्रदेश के सीकर जिले में रविवार को मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिला। सीकर में 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में 8 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। सीकर के फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 1 डिग्री पर पहुंच गया है। वहीं, चूरू में तापमान 4 डिग्री गिरकर 1.6 पर पहुंच गया है। इधर, रविवार सुबह कई शहरों में घना कोहरा छाया रहा और शीत लहर का प्रकोप जारी रहा। मौसम की मानें तो इस सप्ताह प्रदेश में सर्दी फिर जोर पकड़ेगी।
रविवार को सीकर के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। फतेहपुर में रविवार सुबह न्यूनतम तापमान 1 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि 31 दिसंबर को यहां न्यूनतम तापमान 9 डिग्री था। तापमान में यह गिरावट उत्तरी हवा सक्रिय रहने से हुई है। आज सुबह भी उत्तरी हवा ही सक्रिय है। फिलहाल आगामी दिनों में तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। सीकर में 2 जनवरी से 4 जनवरी तक शीतलहर चलने का अलर्ट है। इससे तापमान में गिरावट भी दर्ज होगी।
रविवार को सीकर का फतेहपुर प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 8 डिग्री गिरकर 1 डिग्री पर पहुंच गया है। वहीं, चूरू में तापमान 4 डिग्री गिरक 1.6 पर पहुंच गया है। पिछले 24 घंटे में अलवर में 3 डिग्री गिरकर तापमान 4.8, अजमेर में एक डिग्री गिरकर 8.0, भीलवाड़ा में 2 डिग्री गिरकर 4.0, बूंदी में एक डिग्री गिरकर 8.2, जयपुर में एक डिग्री गिरकर 6.7, जोधपुर में 3 डिग्री गिरकर 6.6, कोटा में 3 डिग्री गिरकर 6.6 और उदयपुर में एक डिग्री गिरकर तापमान 6 डिग्री पर पहुंच गया है।
जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार 4 जनवरी तक प्रदेश के पश्चिमी व उत्तरी भागों में कहीं घना कोहरा व कोल्ड डे दर्ज होने की संभावना है। इसके अलावा न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने और आगामी दिनों में प्रदेश में शीतलहर चलने की संभावना जताई है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार कोहरा रबी की फसल के लिए फायदेमंद है। गेहूं, सरसों, चना, जौ आदि के लिए पानी की कुछ जरूरत इस कोहरे से पूरी हो जाती है।
Admin4

Admin4

    Next Story